37 लाख से 6 करोड़ तक का सफर करने वाले सुनील नारायण ने KKR को बताया अपना दूसरा घर
शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021 (17:58 IST)
कोलकाता:कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की 2012 और 2014 में खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले स्पिनर सुनील नारायण ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग की यह फ्रेंचाइजी उनके लिए दूसरे घर की तरह है और इसने हर हालात में उनका समर्थन किया है।
चैंपियन्स लीग टी20 के दौरान 2014 में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन की शिकायत से नारायण का पूरा करियर दांव पर लग गया था जबकि आईपीएल 2020 में भी उन्हें इसी तरह की घटना का सामना करना पड़ा। क्रिकेट में इस स्पिनर का सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है।
गुरुवार को जारी शॉर्ट फिल्म द कमबैक किंग में नारायण ने कहा, मैं केकेआर के अलावा किसी अन्य जगह जाना पसंद नहीं करूंगा क्योंकि मैंने अपना सारा क्रिकेट यहां खेला है।
केकेआर ने इस 33 वर्षीय क्रिकेट को छह करोड़ रुपये में रिटेन (अपने साथ बरकरार रखना) किया है।नारायण ने पिछले एक दशक में केकेआर की सफलता में अहम भूमिका निभाई है और फ्रेंचाइजी द्वारा तैयार इस शॉर्ट फिल्म में एक क्रिकेटर के रूप में सभी मुश्किलों से उबरते हुए इस स्पिनर के शानदार सफर को दिखाया गया है।
नारायण ने कहा, यह (2020 में अवैध गेंदबाजी एक्शन की शिकायत होना) मुश्किल था। लेकिन क्रिकेट मेरे लिए कभी आसान नहीं रहा। मैं जो भी हासिल किया उसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
37 लाख से शुरु किया था नारायण ने सफर
2012 में कोलकाता नाइटराइडर्स ने त्रिनिदाद के एक अनजाने मिस्ट्री स्पिनर सुनील नारायण को ख़रीदा था। इस खिलाड़ी ने 2011 में चैंपियंस लीग टी20 में बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनकी क़ीमत 5.23 करोड़ रूपये तक पहुंच गई। उस समय तक नारायण वेस्टइंडीज़ के लिए केवल तीन मैच खेले थे और उनका बेस प्राइज मात्र 37 लाख रूपये था।
2014 में नारायण को 9.5 करोड़ रूपये में रिटेन किया गया। चार साल बाद 2018 की बड़ी नीलामी में नारायण को एक बार दोबारा 8.5 करोड़ में रिटेन किया गया। आईपीएल रिटेंशन के मुताबिक़ नारायण को केकेआर ने दूसरे खिलाड़ी के तौर पर इस बार रिटेन किया है। इसका मतलब है कि इस बार नारायण को सिर्फ़ छह करोड़ रूपये मिलेंगे , जो कि 2018 की उनकी क़ीमत से 29 प्रतिशत कम है।
IPL 2021 में सुनील नारायणने 14 मैचों में 16 विकेट लिए। वह कई बार टीम के लिए पहले नंबर या फिर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भी आए हैं। इस दौरा उनको रन गति बढ़ाने के लिेए फ्रैंचाइजी ने भेजा। कई बार फ्रैंचाइजी की यह कोशिश सफल भी हुई कई बार विफल भी।