घर के ही शेर हैं सुरेश रैना

गुरुवार, 8 जनवरी 2015 (12:58 IST)
- वेबदुनिया डेस्क

भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में दिग्गज गेंदबाज़ों की धुनाई कर चुके हैं। रैना ने  वनडे और टी 20 क्रिकेट में एशिया उपमहाद्वीप की पिचों पर खूब रन बटोरे हैं और आईपीएल में से वे रन बनाने के मामले में नंबर वन हैं। खेल के छोटे प्रारूप में रैना की काबिलियत पर कोई शक नहीं है, लेकिन जैसे ही उन्हें टेस्ट क्रिकेट में चुना जाता है, वे बेबस नज़र आते हैं। सिडनी टेस्ट में भी उन्होंने अपने फैन्स को निराश किया

रैना ने टेस्ट क्रिकेट के उन चुनिंदा बल्लेबाजों में हैं, जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाया है। उन्होंने जुलाई 2010 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो टेस्ट में शतक लगाकर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। लेकिन बात फिर वही है एशिया उपमहाद्वीप पर अपने बल्ले से गेंदबाजों को पस्त करने वाला यह बल्लेबाज एशिया के बाहर जाते ही फेल होने लगता है।

रैना ने 24 टेस्ट में 27.42 के औसत से रन बनाए हैं और इस दौरान एक शतक और 7 अर्धशतक लगाए हैं और इन 7 में से 4  अर्धशतक उन्होंने एशिया उपमहाद्वीप से बाहर लगाए हैं। जून 2011 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ किंग्स्टन टेस्ट में रैना ने 82 रन की पारी खेली थी, जो एशिया उपमहाद्वीप के बाहर उनका अधिकतम स्कोर है।

रैना को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के अंतिम टेस्ट में एक बार फिर मौका मिला, लेकिन वे बल्लेबाजी के लिए आसान पिच पर अपना खाता भी नहीं खोल पाए। 24 टेस्ट खेलने के बाद भी रैना अब तक ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, जिससे वे टेस्ट टीम में अपना स्थान पक्का कर सकें। टी 20 और वनडे क्रिकेट का यह धुरंधर बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने के लिए तरस रहा है। खास तौर पर विदेश पिच पर रैना अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पाए हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि रैना घर के ही शेर हैं। 

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