रैना ने मैच के बाद रविवार को कहा कि कोलकाता को उसके घरेलू मैदान पर हराना हमेशा मुश्किल होता है। वह अच्छी टीम है। हमने शुरुआत में विकेट लिए जिससे काफी मदद मिली। जब आपके पास गेंदबाजी में कई विकल्प होते हैं तो आप उलझन में पड़ जाते हैं कि किसे मौका दूं। जब यूसुफ पठान बल्लेबाजी कर रहे थे तब मुझे लगा कि प्रवीण तांबे से गेंदबाजी कराई जाए और फिर रवीन्द्र जडेजा को दूं, क्योंकि उनके पास अनुभव है। ब्रावो अन्य विकल्प थे।
उन्होंने कहा कि जब आप कोलकाता में अच्छे बल्लेबाजों के खिलाफ खेल रहे होते हैं तो गेंदबाजी करना हमेशा मुश्किल होता है। गुजरात के कप्तान ने कहा कि जब आरोन फिंच मैदान पर हों तो आपको खुलकर खेलने का मौका मिलता है इसलिए मैंने सिफारिश की थी कि वह मध्यक्रम में खेले। इससे मुझे जडेजा और अन्य बल्लेबाजों को मदद मिलती है। (वार्ता)