Team India के कोच पद पर रवि शास्त्री को टक्कर देने की होड़, 7 कोचों में मूडी और जयवर्धने भी शामिल

बुधवार, 31 जुलाई 2019 (20:57 IST)
मुंबई। टीम इंडिया का अगला कोच कौन होगा? क्या रवि शास्त्री इस पद पर बने रहेंगे या फिर बीसीसीआई दिखावा करते हुए दूसरे दावेदारों के आवेदनों को बुलाकर महज खानापूर्ति करेगा?

भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में फिर से यही सवाल तैर रहे हैं। चूंकि कप्तान विराट कोहली अपने पसंदीदा कोच के लिए शास्त्री को बरकरार रखने की मंशा जाहिर कर चुके हैं, ऐसे में दूसरे नाम हाशिए पर चले जाते हैं।
 
हालांकि बुधवार को इस प्रतिष्ठित पद के दावेदारों की होड़ में ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी और श्रीलंका के माहेला जयवर्धने भी शामिल हो गए हैं। इन्हें मिलाकर इस दौड़ में 7 कोच शामिल हो गए हैं। बीसीसीआई ने नए कोच के लिए जो आवेदन मांगे थे, उसकी समयसीमा मंगलवार को समाप्त हो गई।
 
मौजूदा कोच रवि शास्त्री और अन्य सपोर्ट स्टॉफ का अनुबंध विश्वकप के बाद समाप्त हो गया था लेकिन बीसीसीआई ने सपोर्ट स्टाफ को 45 दिन का विस्तार देते हुए वेस्टइंडीज के दौरे तक अपने पदों पर बने रहने के लिए कहा है।
 
भारत को अगस्त के शुरू से सितंबर के शुरू तक वेस्टइंडीज का दौरा करना है और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 सितंबर से होने वाली घरेलू सीरीजके लिए टीम इंडिया को नया कोच मिल जाएगी। 
वेस्टइंडीज रवाना होने से पूर्व कप्तान विराट ने शास्त्री की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस में ही कह दिया था कि यदि रवि भाई इस पद पर बने रहते हैं तो उन्हें बहुत खुशी होगी। विराट का यह भी कहना था कि शास्त्री का टीम इंडिया में काफी सम्मान है और वह चाहेंगे कि शास्त्री ही कोच बने रहें।
 
हालांकि अंतिम फैसला कोच चुनने के लिए 3 सदस्यीय समिति ही करेगी, जिसमें पूर्व कप्तान कपिल देव, पूर्व ओपनर अंशुमन गायकवाड़ और पूर्व महिला क्रिकेटर शांता रंगास्वामी हैं। यह समिति अगस्त के मध्य में उम्मीदवारों का साक्षात्कार करेगी और अपनी सिफारिश को बीसीसीआई को सौंपेगी। 
 
नए कोच की होड़ में शामिल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों में ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी, श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज माहेला जयवर्धने, न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हैसन, पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रॉबिन सिंह, टीम इंडिया के पूर्व मैनेजर और जिम्बाब्वे के मौजूदा कोच लालचंद राजपूत प्रमुख हैं।
ऐसी भी खबरें हैं कि पूर्व टेस्ट बल्लेबाज प्रवीण आमरे ने बल्लेबाजी कोच के लिए आवेदन किया है जबकि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स क्षेत्ररक्षण कोच की होड़ में हैं। 
 
हालांकि बीसीसीआई की नीति के अनुसार शास्त्री तथा अन्य सपोर्ट स्टॉफ भरत अरूण, संजय बांगड़ और आर श्रीधर को चयन प्रक्रिया में स्वत: ही प्रवेश मिल जाएगा। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि कपिल की अगुवाई में 3 सदस्यीय समिति विराट की पसंद पर मुहर लगाती है या नया कोच चुनती है?
 
शास्त्री के कोच रहते भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती थी। इसके अलावा भारत ने वेस्टइंडीज और श्रीलंका में भी टेस्ट सीरीज जीत हासिल की थी। इसके अलावा भारत ने श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज भी जीती थी।   
 
भारत ने शास्त्री के कोच रहते एशिया कप पर भी कब्जा किया। लेकिन इंग्लैंड में हुए विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार टीम इंडिया के प्रशंसकों को लगातार कचोट रही है।
 
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर मूडी 2005 में भी भारतीय कोच की होड़ में शामिल थे लेकिन अपने ही देश के ग्रेग चैपल से मात खा गए थे। मूडी फिर श्रीलंका के कोच बने थे और टीम को 2007 विश्वकप के फाइनल तक ले गए थे। मूडी आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के कोच भी रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में हैदराबाद टीम से अपना नाता तोड़ लिया था।
 
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार माहेला के नाम 20 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन हैं। वह 2015 में पाकिस्तान दौरे में इंग्लैंड टीम के बल्लेबाजी सलाहकार भी रहे थे। माहेला ने 2017 में मुंबई इंडियंस का कोच पद संभाला था। माहेला के मार्गदर्शन में मुंबई टीम पिछले तीन संस्करणों में दो बार विजेता रह चुकी है।
 
माहेला ने हालांकि इंग्लैंड में हुए विश्वकप में श्रीलंकाई खिलाड़ियों को मेंटर करने का श्रीलंका बोर्ड का प्रस्ताव ठुकरा दिया। मुंबई के कप्तान और भारतीय वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा के साथ उनकी नजदीकी उनका दावा मजबूत कर सकती है।
 
कोच के लिए नियुक्त चयन समिति जब उम्मीदवारों का साक्षात्कार करेगी तब 57 वर्षीय शास्त्री वेस्टइंडीज दौरे में होंगे और वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चयन समिति से बात करेंगे। 
 
शास्त्री अगस्त 2014 से अप्रैल 2016 तक टीम इंडिया के निदेशक रहे थे। इस दौरान टीम 2015 के एकदिवसीय विश्वकप और 2016 के ट्वंटी 20 विश्वकप के सेमीफाइनल में हारी थी। इन सबके बावजूद विराट के समर्थन के कारण शास्त्री का कोच पद के लिए शास्त्री का दावा सबसे प्रबल माना जा रहा है।

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