ये हैं टीम इंडिया की कटक हार के 'खलनायक'

मंगलवार, 6 अक्टूबर 2015 (11:04 IST)
- वेबदुनिया डेस्क
 
टीम इंडिया ने कटक में दूसरे टी-20 में 6 विकेट से हारने के साथ ही तीन मैचों की सीरीज भी गंवा दी। दर्शकों के साथ ही कटक में टीम इंडिया ने भी शर्मनाक प्रदर्शन किया। गेंदबाजों के साथ ही बल्लेबाज भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। आइए जानते हैं कौन रहे टीम इंडिया की हार के विलेन- 
1. शिखर धवन : शिखर धवन ने दोनों टी-20 में कोई खास प्रदर्शन ‍नहीं किया। किसी भी टीम के लिए यह जरूरी होता है कि उसके प्रारंभिक जोड़ी एक सशक्त स्कोर खड़ा करे, लेकिन शिखर धवन की बल्लेबाजी की धार कुंद होती दिखाई दे रही है। धर्मशाला में हुए पहले टी-20 में धवन ने चार गेंदों में तीन रन बनाए। दूसरे टी-20 में भी धवन 12 गेंदों में सिर्फ 11 रन ही बना सके। टीम इंडिया की जीत के लिए जरूरी है कि धवन के बल्ले से रन निकलें। धवन का यह प्रदर्शन टीम इंडिया के प्रशंसकों को निराश कर रहा है। 
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2. अंबाती रायडू : धोनी पता नहीं क्या सोचकर अंजिक्य रहाणे को ‍ड्रेसिंग रूम में बिठाकर रायडू को तरजीह दे रहे हैं। अंबाती रायडू का घरेलू मैदान पर भी बल्ला नहीं चल रहा है। अंबाती रायडू दोनों टी 20 मैचों में शून्य पर आउट हुए हैं। धोनी को अब रायडू की जगह रहाणे को मैदान में उतारना चाहिए। 
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3. भुवेश्वर कुमार : पहले टी 20 में भारत ने 199 बड़ा स्कोर खड़ा किया, लेकिन बल्लेबाजों के साथ ही गेंदबाजों का प्रदर्शन भी जरूरी है। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार दोनों टी-20 में असफल साबित हुए हैं। उन्हें दोनों मैचों में कोई विकेट नहीं मिला। अश्विन को छोड़कर कोई भी गेंदबाज कटक में प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है। 
 
 
4. मोहित शर्मा : टीम इंडिया के दूसरे गेंदबाज मोहित शर्मा भी मैदान पर विकेट के लिए तरसते नजर आ रहे हैं। मोहित ने पहले टी-20 में चार ओवर में 40 रन लुटाए थे और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था, वहीं दूसरे टी-20 में कप्तान ने उनसे सिर्फ एक ही ओवर करवाया। अब जरूरी है कि टीम इंडिया के गेंदबाज बेहतरीन प्रदर्शन करें।
 
 
5. महेन्द्र सिंह धोनी : तीन महीने के बाद मैदान पर लौटे कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने पहले मैच में नाबाद 20 और दूसरे मैच में केवल 5 रन बनाए। धोनी के बल्ले में पहले जैसी धार देखने को नहीं मिल रही है। धोनी इस प्रदर्शन से खुद के साथ साथ दर्शकों के साथ भी अन्याय कर रहे हैं। दूसरे मैच में उन्होंने तीन स्पिनर लिए जबकि अफ्रीका ने केवल एक स्पिनर उतारा। मैदान पर उनकी कप्तानी भी दमदार नहीं थी।
 

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