टी20 की तुलना में न्यूजीलैंड की वनडे टीम बेहतर : रॉस टेलर
बुधवार, 5 फ़रवरी 2020 (20:34 IST)
हैमिल्टन। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रॉस टेलर ने कहा कि ट्वेंटी20 टीम की तुलना में उनकी वनडे टीम दबाव से कहीं बेहतर ढंग से निपट सकती है और यही कारण है कि वह यहां भारत के खिलाफ श्रृंखला के शुरूआती मुकाबले में बड़े लक्ष्य (348 रन) का पीछा कर सकी और 4 विकेट से मैच जीत सकी।
टेलर ने 21वां शतक जड़ा, जिससे न्यूजीलैंड की जीत आसान हो गई और उसने 3 मैचों की वनडे श्रृंखला में 1-0 से बढ़त ले ली। टेलर ने मैच कहा, टी20 में क्लीन स्वीप से हारने के बाद जीत दर्ज करना अच्छा है। निश्चित रूप से नए खिलाड़ी आए और उन पर हार का कोई बोझ नहीं था। मुझे लगता है कि यह चीज उनके दिमाग में जरूर आई होगी, आखिर आप मनुष्य ही हो और अंत में हमने दो विकेट भी गंवाए।
उन्होंन कहा, लेकिन साथ ही हमारा अंतिम मैच विश्व कप फाइनल था और काफी खिलाड़ी उस दबाव भरे हालात में खेले थे। वे टी20 टीम की तुलना में थोड़े ज्यादा अनुभवी हैं इसलिए यह दिखायी दिया, लेकिन यह अभी एक ही मैच था और इस श्रृंखला में अभी काफी कुछ होना है।
भारत ने श्रेयस अय्यर के पहले शतक और लोकेश राहुल की शानदार नाबाद अर्धशतकीय पारी से 4 विकेट पर 347 रन का स्कोर खड़ा किया लेकिन टेलर ने टॉम लाथम के साथ मिलकर न्यूजीलैंड को जीत दिलाई। टेलर ने कहा कि मैदान के आकार ने भी उनकी मदद की लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को सफलतापूर्ण हासिल करने में योगदान दिया।
उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड में इन कुछ मैदानों पर खेलना थोड़ा मुश्किल चीज है क्योंकि आपको नहीं पता होता कि किसी भी समय कौन सा स्कोर चुनौतीपूर्ण होगा। एमसीजी हो या फिर यहां, या फिर कहीं और, आप खुद को एक मौका देते हो। साथ ही अगर आप शुरू में दो विकेट गंवा देते हो तो यह लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल हो जाता है।
टेलर ने कहा, मुझे लगता है कि बल्लेबाजी क्रम में खिलाड़ियों ने अच्छा योगदान दिया। हालांकि गेंदबाजी आक्रमण ने अच्छा किया क्योंकि भारत एक समय 360-370 रन तक पहुंचने की ओर बढ़ रहा था, इसलिए हमने उन्हें 350 रन के स्कोर के अंदर रखकर अच्छा किया। टीम को इस स्कोर तक पहुंचने के लिए अच्छी बल्लेबाजी करनी थी और आज हमने ऐसा ही किया।
उन्होंने कहा, मुझे क्रीज पर काफी मदद मिली। हेनरी निकोल्स और गुप्टिल ने अच्छी शुरूआत की, टॉम लाथम पांचवें खिलाड़ी थे और उस तरह से शुरूआत करना आसान नहीं था। लेकिन बाएं-दाएं हाथ के संयोजन ने हमारे लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान कर दिया। हम जानते थे कि एक तरफ छोटी बाउंड्री थी और हम इसका फायदा उठा सकते थे।