टीम इंडिया आयरलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 में ‘बेंच स्ट्रेंथ’ आजमाएगी
गुरुवार, 28 जून 2018 (21:57 IST)
मालाहाइड (डबलिन)। भारतीय टीम शुक्रवार को यहां आयरलैंड के खिलाफ दूसरे और अंतिम टी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में ‘बेंच स्ट्रेंथ’ को आजमाना चाहेगी ताकि इंग्लैंड के खिलाफ चुनौतीपूर्ण दौरे के लिए सभी को पिच का अंदाजा हो जाए। भारत ने आयरलैंड और इंग्लैंड के तीन महीने लंबे दौरे की शुरुआत शानदार तरीके से करते हुए आयरलैंड पर पहले टी 20 अंतरराष्ट्रीय में 76 रन से जीत दर्ज की।
रोहित शर्मा और शिखर धवन के अर्धशतकों की बदौलत भारत ने पांच विकेट पर 208 रन का स्कोर खड़ा किया। फिर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने मिलकर सात विकेट हासिल कर आयरलैंड को नौ विकेट पर 132 रन ही बनाने दिए। इस मैच से संकेत मिल गया कि भारत की पसंदीदा अंतिम एकादश तीन महीने के ब्रेक के बाद भी शानदार तरीके से खेल रही है और इंग्लंड दौरे के लिए अच्छी तरह से तैयार है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ‘बेंच स्ट्रेंथ’ का है और लोकेश राहुल, दिनेश कार्तिक और उमेश यादव जैसे क्रिकेटरों को मौका देने का है।
कप्तान विराट कोहली ने पहले टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद कहा, ‘हम मध्यक्रम में काफी प्रयोग करने जा रहे हैं। हम हर किसी को मैच में खिलाना चाहते हैं और उन्हें अपने कौशल को दिखाने का मौका देना चाहते हैं क्योंकि कई खिलाड़ी दौरे पर जाते हैं और उन्हें खेलने का मौका नहीं मिलता।’
भारत ने रोहित और धवन को दौरे के पहले सीमित ओवर चरण के लिए सलामी जोड़ी के पहले पसंदीदा विकल्प में चुना। इससे पुष्टि हो गईकि जब भी मौका मिला तो राहुल मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे और यह बहुत जल्द अगले मैच में भी हा सकता है। कोहली की प्रतिक्रिया से यह अंदाजा नहीं लगता कि भारत गेंदबाजी आक्रमण में भी बड़े बदलाव करेगा या नहीं।
मैच के बाद बात करते हुए उन्होंने यह जरूर कहा था कि ‘टीम को देखते हुए बदलाव निश्चित हैं’। फिर भी ऐसे कुछ खिलाड़ी हैं जिन्हें बाहर नहीं बिठाया जा सकता जैसे रोहित, धवन और खुद कोहली, धोनी और दो लेग स्पिनर। भारत को इस बात से फायदा होगा कि दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की पिच के भी उसी तरह की होने की उम्मीद है जैसी पहले टी 20 की थी।
कुलदीप और चहल पिच से लाभ उठाने में सफल रहे और आयरलैंड के कप्तान गैरी विल्सन ने ता यहां तक कहा कि वे पहले गेंदबाजी करते या फिर बाद में, कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं भारत एक अतिरिक्त गेंदबाज को टीम में शामिल करने के लिए एक बल्लेबाज कम भी उतारने का जोखिम उठा सकता है।
कोहली का बेंच खिलाड़ियों को आजमाने का मंत्र गेंदबाजी आक्रमण में भी लागू किया जा सकता है, जिसमें उमेश यादव और सिद्धार्थ कौल बेहतर करने को बेताब हैं। यह साफ देखा जा सकता था कि टीम प्रबंधन भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को बाहर करने के लिए बिलकुल तैयार नहीं है। वहीं कोहली दो गेंद खेलने के बाद शून्य पर आउट हो गए जिससे वह भी क्रीज पर कुछ समय बिताना चाहेंगे।
हालांकि इस पर चिंता करना अभी जल्दबाजी होगी, हालांकि इससे 2014 में उनकी समस्याओं की याद ताजा हो जाती है, जिसमें वह रन नहीं जुटा सके थे। टीम में बदलाव की बात छोड़ दें तो बल्लेबाजी और गेंदबाजी की मजबूती देखते हुए भारत दूसरे मैच में प्रबल दावेदार होगा। क्षेत्ररक्षण अलग मामला है और कोचिंग स्टाफ भारतीय खिलाड़ियों से पहले टी20 की तुलना में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगा।
पावरप्ले ओवर में तीन आउटफील्ड कैच छोड़े गए थे और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम ऐसी गलतियों का निश्चित रूप से फायदा उठाएगी। जहां तक आयरलैंड की बात है तो 200 से ज्यादा का स्कोर उनकी पहुंच से काफी दूर था, उन्होंने क्रीज पर डटने का भरसक प्रयास किया लेकिन ऐसा नही कर सके। हालांकि अपनी सरजमीं पर वह हैरान भी कर सकता।