डिविलियर्स ने ‘क्रिकबज इन कनवर्शेशन’ के दौरान हर्षा भोगले से कहा, ‘इसने मुझे तोड़ दिया था लेकिन मैंने खेलना जारी रखा, मैंने हर संभव प्रयास किया, क्रिकेट से जुड़े रहने की कोशिश की। मैं काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। मेरी अब भी बेहतरीन यादें हैं।’
इस पूर्व कप्तान ने हालांकि कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ हार ने उनके फैसले में बड़ी भूमिका निभाई। दक्षिण अफ्रीका के लिए 114 टेस्ट में 8765 और 228 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 9577 रन बनाने वाले डिविलियर्स ने कहा, ‘निजी नजरिए से कहूं तो हां, इसने बड़ी भूमिका निभाई थी।’
उन्होंने कहा, ‘उस रात हम खेल से हार गए और उस साल मेरे लिए उस हार से उबरना मुश्किल था।’ डिविलियर्स ने कहा, ‘हमें दोबारा शुरुआत करनी थी लेकिन मैं स्थिति ऐसी थी कि ठहरो, मैं अब तक इस विश्व कप की हार से नहीं उबरा हूं। इससे काफी पीड़ा पहुंची। इसलिए हां, मैं काफी संवेदनशील हूं और मैं कैसे महसूस करता हूं इसमें इस तरह की चीजें बड़ी भूमिका निभाती हैं।’