इन 3 खिलाड़ियों की चोट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले चयनकर्ताओं को दे दिया सिरदर्द

बुधवार, 8 दिसंबर 2021 (19:00 IST)
मुंबई: दक्षिण अफ़्रीका दौरे से पहले रवींद्र जडेजा, शुभमन गिल और अक्षर पटेल की चोटों ने भारतीय चयनकर्ताओं की सरदर्दी बढ़ा दी है। क्रिकइंफ़ो को पता चला है कि तीनों खिलाड़ी पूरे दौरे से बाहर हो सकते हैं।

दाएं हाथ में सूजन के कारण जडेजा न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए थे। अब माना जा रहा है कि वह लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रह सकते हैं। वहीं शुभमन को दूसरे टेस्ट के दौरान बाजू और उंगलियों में चोट लगी थी। अजिंक्या रहाणे के ख़राब फ़ॉर्म को देखते हुए कई विशेषज्ञ शुभमन को मध्यक्रम में उतारने की बात कर रहे थे। लेकिन लगता है कि इस दौरे पर अब यह संभव नहीं हो पाएगा।

सूत्रों के मुताबिक अक्षर पटेल को स्ट्रेस फ्रैक्चर बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अक्षर पटेल को फिट होने में अभी लंबा समय लगने वाला है। ऐसा माना जा रहा है कि 1.5 महीने से पहले वह फिट नहीं होने वाले।

हालांकि अगर अक्षर पटेल और रविंद्र जड़ेजा दोनों ही फिट नहीं होते तो भी टीम इंडिया को खास फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में पिच तेज गेंदबाजों के अनुकूल होगी और अंतिम ग्यारह में विराट कोहली एक ही स्पिनर खिलाना पसंद करेंगे। वह स्पिनर संभवत अनुभवी आर अश्विन होंगे।

हालांकि श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी और सूर्यकुमार यादव के रूप में अब भारत के पास अन्य विकल्प भी हैं। वहीं अगर अक्षर की बात करें तो अपुष्ट रिपोर्ट के मुताबिक़ उनको पैरों में खिंचाव है। अगर जडेजा और अक्षर दोनों फ़िट नहीं होते हैं तो जयंत यादव, शाहबाज नदीम या सौरभ कुमार में से किसी एक को टीम में जगह मिल सकती है।

नदीम ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दो टेस्ट मैच खेले थे, लेकिन वह उतना प्रभावित नहीं कर पाए थे। हालांकि वह एक लेग स्पिनर हैं, इसका उन्हें फ़ायदा हो सकता है। वहीं जयंत यादव ने आख़िरी पारी में चार विकेट लेकर अपना दावा मजबूत किया है।

सौरभ वर्तमान समय में इंडिया ए टीम के साथ साउथ अफ़्रीका दौरे पर हैं, इसका उन्हें लाभ मिल सकता है। घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश की तरफ़ से खेलते हुए इस 28 वर्षीय फ़िरकी गेंदबाज़ ने 45 प्रथम श्रेणी मैचों में 23.80 के औसत से 194 विकेट लिए हैं।


चयनकर्ता पहले से ढूंढ रहे थे पुजारा और रहाणे का विकल्प

भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भी संकेत दिये कि टीम प्रबंधन आगे कुछ कड़े फैसले ले सकता है और उन्होंने खिलाड़ियों के साथ स्पष्ट संवाद पर जोर दिया। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले टीम में अपनी जगह बचाये रखने का दबाव है और ऐसे में द्रविड़ की टिप्पणी महत्वपूर्ण है।

हाल ही में अजिंक्य रहाणे अपने खराब फॉर्म के कारण चर्चा में रहे हैं। पिछले मैच में कप्तान रहे अजिंक्या रहाणे का पिछले 16 टेस्ट मैचों में औसत सिर्फ़ 24.39 का रहा है। इसमें एक शतक भी शामिल है। उनका करियर औसत अब 40 से भी कम हो गया है। घर पर उनका औसत सिर्फ़ 35.73 है, जो पिछले पांच सालों में और कम होकर सिर्फ़ 30.08 रह गया है। उन्हें टेस्ट शतक लगाए करीब 1 साल हो गया है।

2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से पुजारा के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है और उनकी औसत 28.61 की रही है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में उन्होंने कई अहम पारियां ज़रूर खेली लेकिन पूरी तरह अपनी लय प्राप्त नहीं कर पाए। इसी के कारण इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट महज़ 36.1 का रहा है। कानपुर टेस्ट में उन्होंने क्रमशः 26 और 22 रन बनाए। मुंबई टेस्ट की पहली पारी में वह 0 पर बोल्ड हो गए थे। दूसरी पारी में ऐसा लगा था कि वह अपना फॉर्म वापस पा लेंगे लेकिन 47 रनों पर वह पवैलियन चलते बने।

26 दिसंबर को सेंचुरियन में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा चक्र का हिस्सा होगी, जबकि 19 जनवरी को शुरू होने वाली वनडे सीरीज आईसीसी पुरुष विश्व कप सुपर लीग का हिस्सा होगी, जो 2023 आईसीसी पुरुष विश्व कप के लिए क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट है।

टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच जोहान्सबर्ग में तीन से सात जनवरी, जबकि तीसरा और आखिरी मैच केप टाउन में 11 से 15 जनवरी के बीच खेला जाएगा। वहीं 19 और 21 जनवरी को पार्ल में पहला और दूसरा और 23 जनवरी को केप टाउन में तीसरा और आखिरी वनडे मैच खेला जाएगा।

नया कार्यक्रम :

पहला टेस्ट (26 से 30 दिसंबर , सेंचुरियन)

दूसरा टेस्ट (तीन से सात जनवरी, जोहानिसबर्ग)

तीसरा टेस्ट (11 से 15 जनवरी , केपटाउन)

पहला वनडे (19 जनवरी , पार्ल)

दूसरा वनडे (21 जनवरी , पार्ल)

तीसरा वनडे (23 जनवरी, केपटाउन)

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