मॉडर्न डे क्रिकेट में परंपरागत क्रिकेट शॉट्स से काम नहीं चलता है , बल्लेबाज को कई परिवर्तन करने पड़ते हैं तब जाकर विशाल स्कोर बनता है। दिलस्कूप ,रिवर्स स्वीप के बाद ऐसा ही एक शॉट "स्विच हिट" का अविष्कार किया था इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन ने जिसका हाल ही के सालों में ऑस्ट्रेलियाई धाकड़ बल्लेबाज ग्लैन मैक्सवेल ने बखूबी उपयोग किया है।
हाल ही में चैपल को जवाब दिया है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ख्यात अंपायर साइमन टॉफेल ने। उन्होंने कहा है कि क्रिकेट कला है विज्ञान नहीं है। अंपायर किसी बल्लेबाज पर कैसे नजर रख सकेंगे। अंपायर को वैसे भी ध्यान देने के लिए नॉ बाल, फील्डिंग सर्कल, इम्पैक्ट, पिचिंग और एज का ध्यान रखना पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा कानून बनाने से फायदा ही नहीं जिस पर नजर नहीं रखी जा सके। (वेबदुनिया डेस्क)