बोल्ट ने 12 रन देकर 3 विकेट चटकाए, जिससे भारतीय टीम स्टंप तक दूसरी पारी में 6 विकेट गंवा चुकी थी। टीम 90 रन बनाकर खेल रही थी और उसकी कुल बढ़त 97 रन की हो गई है। मेजबानों ने पूरी टेस्ट श्रृंखला में खतरनाक कोहली को बड़ी पारी नहीं खेलने दी जो अपनी 4 पारियों में 20 रन के स्कोर तक भी नहीं पहुंच सके।
बोल्ट से जब पूछा गया कि कोहली को रोके रखने का राज क्या है तो उन्होंने कहा, वे (कोहली) दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं, इसमें कोई शक नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम की रणनीति बाउंड्री गेंद सीमित संख्या में डालकर कोहली को दबाव में लाने की थी।
बोल्ट ने कहा, निश्चित रूप से वे इन्हें बहुत बढ़िया तरीके से खेलते हैं और हमने उन पर काफी दबाव बनाने की कोशिश की, इन बाउंड्री गेंद को कम रखकर उनके बल्ले को चुप रखा और उन्हें कुछ गलतियां करते हुए देखना अच्छा था।
भारतीय बल्लेबाजी लाइन अप को मूव करती हुई गेंदों पर काफी परेशानी हो रही थी। इस पर बोल्ट ने कहा, शायद वे भारत में नीची और धीमी पिचों पर खेलने के आदी हैं और उन्हें यहां सांमजस्य बिठाने में समय लगा। उसी तरह अगर मैं भारत में गेंदबाजी करूंगा तो वो हालात मेरे लिए अलग ही होंगे।