त्रिकोणीय श्रृंखला में नजरें उन्मुक्त चंद पर

मंगलवार, 4 अगस्त 2015 (19:06 IST)
चेन्नई। अंडर 19 से सीनियर स्तर पर आने के बाद अधिकांश मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रहे दिल्ली के बल्लेबाज उन्मुक्त चंद कल से यहां शुरू हो रही ‘ए’ टीमों की त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत 'ए' की अगुआई करते हुए बेहतर प्रदर्शन करने के इरादे से उतरेंगे।
भारत 'ए'  को अपना पहला मैच शुक्रवार को खेलना है जबकि टूर्नामेंट की शुरुआत कल दक्षिण अफ्रीका 'ए' और ऑस्ट्रेलिया 'ए' के बीच मुकाबले के साथ होगी।
 
यह टूर्नामेंट 22 साल के उन्मुक्त के लिए परीक्षा की घड़ी होगी, जिन्हें संदीप पाटिल की अगुआई वाली चयन समिति भविष्य के बल्लेबाज के रूप में देख रही है।
 
भारत को अगले दो साल में काफी क्रिकेट खेलना है और ऐसे में यह त्रिकोणीय श्रृंखला मनीष पांडे और केदार जाधव जैसे खिलाड़ियों को जिंबाब्वे में प्रभावी प्रदर्शन के बाद सीनियर टीम में जगह पक्की करने का मौका देगी।लेकिन सबकी नजरें उन्मुक्त पर टिकी होंगी, जिनके सामने सीनियर स्तर पर अपने आलोचकों को गलत साबित करने की चुनौती है।
 
भारत 'ए' टीम का कमजोर पक्ष उसकी तेज गेंदबाजी है, जिसमें संदीप शर्मा, रूश कलारिया और रिषि धवन जैसे मध्यम तेज गेंदबाज शामिल हैं। तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई धवल कुलकर्णी करेंगे जो बामुश्किल 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार को छू पाते हैं।
 
चेपक का विकेट धीमा होगा और कप्तानों के सामने हालात को परखने की चुनौती होगी और इसके बाद अपनी रणनीति बनानी होगी क्योंकि सुबह के समय सफेद कूकाबूरा गेंद की भूमिका अहम हो सकती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इन हालात से सामंजस्य बैठाने में सफल रही है जो अनधिकृत ‘टेस्ट’ श्रृंखला में उनकी जीत से भी साबित होता है।
 
दक्षिण अफ्रीका 'ए' के पास कई अनुभवी बल्लेबाज हैं। सलामी बल्लेबाज रेजा हेनड्रिक्स और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले कोडी चेट्टी पिछली दो त्रिकोणीय श्रृंखला में खेले थे। इसके अलावा नई गेंद से गेंदबाजी करने वाले ब्युरोन हेंड्रिक्स और हार्डस विलजोएन भी अनुभवी है। भारतीय मूल के केशव महाराज भी टीम का हिस्सा हैं जो लेग स्पिनर हैं।
 
टीम को क्विंटन डि काक से भी काफी उम्मीदें हैं जिनके राष्ट्रीय टीम के भारत दौर की तैयारी के लिए इस श्रृंखला में खेलने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार वह कुछ दिन में टीम के साथ जुड़ेंगे। (भाषा)

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