आईसीसी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक दोनों पर भष्ट्राचार रोधी संहिता के अनुच्छेद 2.1.3, 2.4.2, 2.4.3, 2.4.4 और 2.4.5 के उल्लंघन का आरोप है। दोनों खिलाड़ियों को अनुच्छेद 2.1.3 के तहत किसी भी प्रकार की रिश्वत या अन्य पुरस्कार मांगने, स्वीकार करने, पेशकश करने या स्वीकार करने के लिए सहमत होने, अनुच्छेद 2.4.2 के तहत एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) को अनावश्यक देरी के बिना किसी उपहार, भुगतान, आतिथ्य या अन्य लाभ की प्राप्ति का खुलासा करने में विफल रहने, अनुच्छेद 2.4.4 के तहत भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने संबंधी आरोपों को लेकर भी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट के पास रिपोर्ट न किए जाने का दोषी पाया गया है।
दोनों क्रिकेटरों ने भारतीय सट्टेबाज से संयुक्त अरब अमीरात के 15,000 दिरहम (लगभग 4083 डॉलर) लिए। क्वालीफाइंग दौर के मुकाबले फिक्स करने के लिए आईसीसी के आरोप पत्र में इस सट्टेबाज की पहचान मिस्टर वाई के रूप में की गई है। हयात तेज गेंदबाज जबकि अहमद बल्लेबाज हैं।
आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के दोनों पर पांच आरोप लगाए गए जिसमें भ्रष्टचार संपर्क का खुलासा करने में नाकाम रहना, अनुचित तरीके से मैच के नतीजे को प्रभावित करना और 750 अमेरिकी डॉलर से अधिक का तोहफा स्वीकार करना भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि आमिर ने यूएई के लिए 13 सफेद गेंद मैच खेले हैं और मध्यम तेज गेंदबाजी करते हुए 17 विकेट लिए हैं, जबकि दाएं हाथ के बल्लेबाज अशफाक ने संयुक्त अरब अमीरात के लिए 28 सफेद गेंद मैचों में हिस्सा लिया है।(भाषा)