यूपीसीए के निदेशक राजीव शुक्ला ने बताया, ‘यदुपति सिंहानिया पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका सिंगापुर के अस्पताल में इलाज चल रहा था, बृहस्पतिवार सुबह उनके निधन का समाचार मिला। वह 67 साल के थे।'
उन्होंने बताया, ‘सिंहानिया परिवार की तीसरी पीढ़ी उप्र में क्रिकेट को बढ़ावा देने में लगी हुई थी और उनका परिवार क्रिकेट को काफी प्यार करता था। यदुपति सिंहानिया के दादा पदमपति सिंहानिया, पिता गौर हरि सिंहानिया ने उप्र में क्रिकेट को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया। अब यह काम यदुपति सिंहानिया बहुत अच्छी तरह से संभाल रहे थे।’
यूपीसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ललित खन्ना ने बताया, ‘यदुपति सिंहानिया के कोई संतान नही थी। उनके घर में उनकी पत्नी कविता सिंहानियां हैं।’ यूपीसीए के सचिव युध्दवीर सिंह ने कहा, ‘यदुपति सिंहानिया पिछले करीब छह साल से संघ के अध्यक्ष थे और उप्र में नयी क्रिकेट प्रतिभाओं को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इसके बारे में वह अक्सर चर्चा करते रहते थे। उप्र में क्रिकेट सिंहानिया परिवार की वजह से ही आज इस मुकाम पर पहुंचा है।’