जून में होने वाली चैम्यिन्स ट्राफी से पहले यह 50 ओवर के प्रारूप में धोनी के लिए अंतिम प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है। जम्मू एवं कश्मीर के खिलाफ कल्याणी में पिछले मैच में विजयी रन बनाने वाले धोनी ने टूर्नामेंट में प्रभावी प्रदर्शन किया है और पिछले महीने ईडन गार्डन्स में छत्तीसगढ़ के खिलाफ 129 रन की पारी भी खेली थी।
विदर्भ के खिलाफ हालांकि झारखंड की राह आसान नहीं होगी। झारखंड की टीम ग्रुप डी में चार जीत और दो हार के साथ शीर्ष पर रही जबकि विदर्भ ने ग्रुप ए में पांच जीत और एक हार के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। सभी की नजरें भले ही धोनी पर टिकी हों, लेकिन टूर्नामेंट में टीम के उनके अन्य साथियों ने भी प्रभावित किया है।
रणजी ट्राफी में टीम की अगुआई करने वाले सीनियर बल्लेबाज सौरभ तिवारी दो शतक की मदद से 60 से अधिक की औसत से टीम की ओर से सर्वाधिक 303 रन बना चुके हैं। रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम ने एक बार फिर गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है। राहुल शुक्ला और तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने भी प्रभावित किया है।
विदर्भ की ओर से सलामी बल्लेबाज जितेश शर्मा ने अब तक 48.50 की औसत से 291 रन बनाए हैं और गणेश सतीश के नाम 51.80 की औसत से 259 रन दर्ज हैं। कप्तान फैज फजल पिछली तीन पारियों में नाकाम रहने के बाद क्वार्टर फाइनल में छाप छोड़ना चाहेंगे। टीम के सबसे सफल गेंदबाज बाएं हाथ के स्पिनर अक्षय कर्णेवार रहे हैं जिन्होंने 13.20 की औसत से 15 विकेट हासिल किए हैं। (भाषा)