अपने आखिरी वनडे में दिए थे 100 से ज्यादा रन, आज इस गेंदबाज ने लिया क्रिकेट से संन्यास

शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021 (22:02 IST)
नई दिल्ली:भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके कर्नाटक के अनुभवी मध्यम गति के गेंदबाज आर विनय कुमार ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।
 
विनय कुमार ने अपने राज्य की टीम का नेतृत्व करते हुए लगातार रणजी ट्राफी खिताब भी दिलाये हैं। सैंतीस साल के इस खिलाड़ी ने भारत के लिये एक टेस्ट, 31 वनडे और नौ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जिसमें उन्होंने कुल 49 विकेट हासिल किये। विनय ने अपना आखिरी एकदिवसीय मैच साल 2013 में खेला था। इस मैच में वह काफी महंगे साबित हुए थे और अपने स्पैल में 100 से ज्यादा रन दे दिए थे।
 
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में विनय कुमार ने 139 मैचों में 504 विकेट झटके हैं जिसमें उनका एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 32 रन देकर आठ विकेट लेना है।
 
उन्होंने बयान में कहा, ‘‘आज ‘दावणगेरे एक्सप्रेस’ 25 साल दौड़ने और क्रिकेटिया जिंदगी के इतने सारे स्टेशनों से गुजरने के बाद उस स्टेशन पर आ गयी है जिसे ‘संन्यास’ कहते हैं। इतनी सारी भावनाओं के साथ मैं, विनय कुमार आर, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। ’’
 
उन्होंने ट्विटर पर अपने बयान में कहा, ‘‘यह फैसला करना आसान नहीं था, हालांकि हर खिलाड़ी की जिंदगी में ऐसा समय आता है जब उसे संन्यास लेना पड़ता है। ’’उन्होंने अपने बयान में कहा कि उन्हें अपने करियर में सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला जिससे उन्हें काफी फायदा मिला।
 
विनय कुमार ने कहा, ‘‘मेरा क्रिकेट का अनुभव महान खिलाड़ियों जैसे अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, एमएस धोनी, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, सुरेश रैना और रोहित शर्मा और कुछ अन्य के साथ खेलकर और बढ़ा। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही मुंबई इंडियंस में मेंटोर सचिन तेंदुलकर से मुझे आशीर्वाद मिला। ’’विनय कुमार ने कर्नाटक के लिये रणजी ट्राफी पदार्पण 2004-05 सत्र में किया था। उन्होंने टीम की अगुआई करते हुए 2013-14 और 2014-15 सत्र में लगातार दो रणजी ट्राफी खिताब दिलाये।
 
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली रहा कि शीर्ष स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व कर पाया और इस खूबसूरत खेल को अपना सबकुछ दिया। मेरी यात्रा में काफी पल जुड़े हैं जिनका मैं पूरे जीवन भर संजो कर रखूंगा। मैं बेंगलुरू से दावणगेरे अपने सपनों को साकार करने के लिये आया था। मैं शुक्रगुजार हूं कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ ने मुझे राज्य की टीम के प्रतिनिधित्व का मौका दिया। ’’
 
उनके अंतरराष्ट्रीय करियर में वनडे प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2011 में रहा जिसमें उन्होंने दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ 30 रन देकर चार विकेट चटकाये थे।
 
उन्होंने बीसीसीआई, अपने राज्य संघ और सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने उन्हें खेलने का मौका दिया। विनय कुमार ने कहा, ‘‘भारत की नीली जर्सी पहनने की यादें हमेशा मेरे दिल के करीब रहेंगी। ’’(भाषा)

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