बदला जा सकता है विराट कोहली का क्रम

बुधवार, 21 जनवरी 2015 (23:18 IST)
सिडनी। पहले दो मैचों में बल्लेबाजी क्रम में कुछ परिवर्तन और कुछ नए संयोजन आजमाने के बावजूद हार झेलने वाली भारतीय टीम लगता है कि सही तालमेल बिठाने और त्रिकोणीय श्रृंखला में बने रहने के लिए विराट कोहली को आगे भी नंबर चार पर उतार सकती है।
महेंद्र सिंह धोनी और टीम को बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में नौ विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। भारत अब 'करो या मरो' की स्थिति में पहुंच गया है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट में अगले वनडे से पहले धोनी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित हैं। 
 
धोनी ने कोहली को नंबर चार पर उतारने के फैसले के बारे में ब्रिस्बेन मैच के बाद कहा था, ‘हमें मध्यक्रम और निचले क्रम को अधिक मजबूत बनाना होगा। रविंद्र जडेजा भी टीम में नहीं है। यदि स्टुअर्ट बिन्नी खेल रहे हैं हो तो फिर यह (विराट को तीसरे नंबर पर उतारना) चल सकता है क्योंकि हम जानते हैं कि वह थोड़ी बल्लेबाजी कर सकते हैं लेकिन यदि अक्षर पटेल और आर. अश्विन के अंतिम एकादश में होते हैं तो फिर सुरेश रैना और मैं पांचवें और छठे नंबर पर आते हैं और उसके बाद हमारी बल्लेबाजी नहीं बच पाती है।'
 
 
उन्होंने कहा, ‘यदि विराट चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं और विकेट जल्दी गिरते हैं तो वह 12वें या 13वें ओवर के आसपास बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे और वह साझेदारी बना सकते हैं। वह एक छोर से बल्लेबाजी कर सकते हैं और हम दूसरे छोर से उसका साथ निभा सकते हैं।
 
असल में दूसरे बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण समस्या बढ़ गई है। कोहली को अपनी नई पोजीशन से तालमेल बिठाने के लिए समय चाहिए और ऐसे में शिखर धवन और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों को मौकों का पूरा फायदा उठाना चाहिए। 
 
बाएं हाथ के बल्लेबाज धवन अपने बेपरवाह अंदाज के कारण टीम में बना हुए हैं लेकिन 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' बनने के बाद वह विदेशी सरजमीं पर केवल दो वनडे शतक ही लगा पाए हैं। गेंदबाजी भी भारत के लिए चिंता का विषय है, जिससे भारत टूर्नामेंट के शुरू में बाहर होने की कगार पर पहुंच गया है। 
 
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों शुक्रवार को होबार्ट में एक दूसरे से भिड़ेंगे और इस मैच की विजेता टीम का एक फरवरी को पर्थ में होने वाले फाइनल में पहुंचना तय है। (भाषा)
 

वेबदुनिया पर पढ़ें