बेंगलुरु। विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर पिछले 7 में से 6 मैच जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और सभी प्रमुख बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान के सहारे लीग चरण में शीर्ष पर रहने वाली गुजरात लॉयंस आईपीएल-9 के पहले क्वालीफायर्स में मंगलवार को यहां जब आमने-सामने होंगी तो ‘बल्लेबाजी की जंग’ में अपना पलड़ा ऊपर रखने वाली टीम के ही आगे बढ़ने की अधिक संभावना रहेगी।
आईपीएल में पहली बार भाग ले रहे लॉयंस ने लीग चरण में 14 में से 9 मैच जीतकर 18 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया लेकिन आरसीबी ने आखिरी दौर में न सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया जिससे वह 8 मैचों में जीत से 16 अंक लेकर दूसरा स्थान हासिल करने में कामयाब रहा।
सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइटराइडर्स के भी समान 16 अंक रहे लेकिन आरसीबी ने बेहतर रन रेट के आधार पर सीधे क्वालीफायर्स में खेलने का हक पाया। आरसीबी और लॉयंस के बीच चिन्नास्वामी स्टेडियम में मंगलवार को होने वाले मैच की विजेता टीम सीधे फाइनल में पहुंचेगी जबकि हारने वाली टीम को खिताबी मुकाबले में जगह बनाने का एक और मौका मिलेगा।
मंगलवार को हारने वाली टीम दूसरे क्वालीफायर में सनराइजर्स और केकेआर के बीच होने वाले एलिमिनेटर के विजेता से भिड़ेगी। कोहली की उत्कृष्ट फॉर्म से आरसीबी ने पिछले मैचों में अनुकूल परिणाम हासिल किए हैं। उसकी टीम लगातार 4 मैच जीतकर इस मुकाबले में उतरेगी और अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए किसी तरह का कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।
आरसीबी ने अपने पिछले चारों मैच बड़े अंतर से जीते हैं। उसने लॉयंस को 144 रन, केकेआर को 9 विकेट, किंग्स इलेवन पंजाब को डकवर्थ लुईस पद्धति से 82 रन और दिल्ली डेयरडेविल्स को 6 विकेट से हराया।
इन दोनों टीमों के बीच जो पिछला मैच हुआ था उसमें एबी डिविलियर्स ने भी 129 रन की तूफानी पारी खेली थी जिससे आरसीबी ने 248 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। डिविलियर्स अभी तक कुल 603 रन बना चुके हैं। केएल राहुल (386 रन) ने शीर्ष और मध्यक्रम दोनों में अपनी भूमिका बखूबी निभाई है।
क्रिस गेल भले ही अभी तक अपना जलवा नहीं दिखा पाए हैं लेकिन कोई भी टीम उन्हें हल्के से लेने की गलती नहीं कर सकती। शेन वॉटसन की अंतिम ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने की क्षमता किसी से छुपी नहीं है। वॉटसन ने हालांकि अब तक गेंदबाजी में मुख्य भूमिका निभाई है।
उन्होंने शुरू से ही आरसीबी की तरफ से अच्छी गेंदबाजी की लेकिन उन्हें दूसरे गेंदबाजों का उचित सहयोग नहीं मिला। आखिरी चरण में हालांकि आरसीबी के कम अनुभवी गेंदबाजों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया जिससे टीम अपने स्कोर का बचाव करने में सफल रही। यहां तक कि दिल्ली डेयरडेविल्स को रविवार को उसने 'करो या मरो' वाले मैच में 8 विकेट पर 138 रन ही बनाने दिए थे।
कोहली के लिए लेग स्पिनर यजुवेंद्र चाहल तुरूप का इक्का साबित हो रहे हैं। उन्होंने अब तक 11 मैचों में 19 विकेट लिए हैं। वॉटसन ने 16 विकेट हासिल किए हैं। क्रिस जोर्डन बाद में टीम से जुड़े। उन्होंने कुछ मैचों में डेथ ओवरों में रनों पर अंकुश लगाने में अहम भूमिका निभाई।
ड्वेन ब्रावो को बल्लेबाजी में बहुत अधिक मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने गेंदबाजी में अपना कमाल दिखाया है। वेस्टइंडीज का यह ऑलराउंडर डेथ ओवरों का उपयोगी गेंदबाज है। उन्होंने अब तक 15 विकेट लिए हैं। धवल कुलकर्णी (14 विकेट) ने नई गेंद का अच्छा उपयोग किया है जबकि पिछले कुछ मैचों में स्मिथ ने अपनी गेंदबाजी कौशल का बढ़िया नमूना पेश करके रैना के लिए विकल्प मुहैया कराया है।
स्विंग गेंदबाज प्रवीण कुमार अनुकूल परिस्थितियों में खतरनाक साबित हो सकते हैं। रवीन्द्र जडेजा और प्रवीण ताम्बे पर स्पिन विभाग की जिम्मेदारी है हालांकि अभी तक वे अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। चाइनामैन शिविल कौशिक अपने अजीबोगरीब एक्शन से बल्लेबाजों को परेशानी में डालते रहे हैं।