लंदन। एकदिवसीय क्रिकेट में सीनियर ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि इस प्रारूप में सपाट पिचों पर गेंदबाजी करने की चुनौती को देखते हुए उनकी आलोचना करना अनुचित है।
युवा बल्लेबाज फखर जमां ने अश्विन को निशाना बनाया। इस ऑफ स्पिनर ने रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत की 180 रनों की हार के दौरान 10 ओवरों में 70 रन खर्च किए जबकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
अश्विन ने टूर्नामेंट में 3 मैचों में सिर्फ 1 विकेट हासिल किया जबकि इस दौरान उन्होंने 29 ओवरों में 167 रन खर्च किए। वे अपने पिछले 10 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में सिर्फ 9 विकेट हासिल कर पाए हैं।
कोहली से जब यह पूछा गया कि क्या वनडे में खराब रिकॉर्ड को देखते हुए अश्विन को अपनी योजनाओं पर दोबारा काम करना होगा? तो उन्होंने इस सीनियर गेंदबाज का बचाव करते हुए कहा कि सपाट पिच पर प्रत्येक स्पिनर को चुनौती का सामना करना पड़ता है और प्रत्येक स्पिनर के खिलाफ रन बनते हैं। विशेषकर इस तरह के विकेटों पर, जहां अगर बल्लेबाज लय में आ जाए तो स्पिनर के लिए काफी मुश्किल हो जाती है और एक्रॉस द लाइन स्लॉग करने के बाद भी बल्लेबाज आउट नहीं होते। आप स्पिनर के रूप में काफी कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि आप उसे वहीं खिला रहे हों, जहां खिलाना चाहते हो लेकिन इसके बावजूद वह शॉट खेल रहा है।
कोहली ने दो स्पिनरों को खिलाने के फैसले का भी बचाव किया, जब उन्होंने 18 ओवरों में 147 रन लुटाए। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद हमने संयोजन तैयार किया था। 2 स्पिनरों ने हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया था। हमने जो संयोजन खिलाया उसे लेकर मुझे कोई मलाल नहीं है और श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद से हम उसी संयोजन के साथ खेल रहे थे। शीर्ष 3 बल्लेबाज एकसाथ नाकाम रहे और इसमें कोई हैरानी नहीं कि कप्तान इससे निराश हैं।
उन्होंने कहा कि बेशक जब आप आउट हो जाते हो या बल्लेबाजी सामूहिक रूप से नहीं चलती तो बुरा लगता है। टीम के लिए योगदान नहीं देने पर सभी को बुरा लगता है।
कोहली ने निराशा जताते हुए कहा कि हां, मैं भी इसी तरह की भावनाओं को महसूस करता हूं लेकिन आपको पता है कि आपने पर्याप्त खेल लिया है कि आप समझ सको कि आपकी भूमिका क्या है, आप अपना सर्वश्रेष्ठ करते हो और इसके बाद किसी चीज पर आपका नियंत्रण नहीं होता।
कोहली ने हालांकि पाकिस्तान टीम की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि अंत में कभी-कभी आपको विपक्षी टीम के कौशल को स्वीकार करना होता है और उसकी सराहना करनी होती है। ऐसा नहीं है कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास नहीं किया। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन रविवार को चीजें हमारे पक्ष में ही नहीं रहीं। (भाषा)