चैपल ने 'ईएसपीएनक्रिकइन्फो' में अपने कॉलम में किसी भी टीम में कोच की भूमिका को बहुत महत्वपूर्ण नहीं माना। उन्होंने लिखा कि कोहली के अनिल कुंबले के साथ वैसे मानवीय रिश्ते नहीं रहे, जैसे कि रवि शास्त्री के साथ थे जबकि वे क्रिकेट निदेशक थे। अब जबकि भारत ने शास्त्री को कोच नियुक्त कर दिया है तो सवाल पैदा होता है कि किसी चीज को क्यों बदलना चाहिए जबकि उसमें बदलाव की जरूरत नहीं है?
चैपल ने आगे कहा कि अगर कोच को कप्तान पर थोपा जाता है तो कम से कम वह ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसके साथ वह सहज महसूस करे। कुंबले ने पिछले महीने चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने स्वीकार किया था कि कोहली के साथ उनके संबंध 'अस्थिर' हो गए थे। कोहली ने अभी तक इस विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की है। (भाषा)