अक्सर देखा गया कि कप्तान बनते साथ ही किसी भी भारतीय खिलाड़ी का फॉर्म गड़बड़ा जाता था। अजहरूद्दीन की बल्लेबाजी कप्तानी में लचर हो गई थी। इसके बाद सौरव गांगुली की बल्लेबाजी भी कप्तानी के बोझ तले दब गई। राहुल द्रविड़ की तकनीक के कारण उतना नुकसान दिखा नहीं, लेकिन बल्लेबाजी पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव जरूर पड़ा।