धर्मशाला। भारतीय टेस्ट टीम को आईसीसी में नंबर एक का दर्जा दिलाने वाले सबसे सफल कप्तान विराट कोहली आज मीडिया में अपने खामोश बल्ले की वजह से सुर्खियों में हैं। एक वक्त था, जब विराट कोहली दोहरे शतक और शतक बनाने की वजह से 'लाइम लाइट' में रहते थे लेकिन जब से ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरु हुआ है, मीडिया में उनकी विजयी मुद्रा कहीं नहीं नजर आती।
चार टेस्ट मैचों की सीरीज में तीन टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें से भारत ने एक और ऑस्ट्रेलिया ने एक टेस्ट मैच जीता है जबकि रांची में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। इन तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में विराट कोहली के बल्ले से महज 46 रन ही निकले हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने काला जादू करके विराट के बल्ले को कुंद कर दिया?
सब जानते हैं कि विराट के पास 'क्लास' है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बने पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान को भरोसा है कि धर्मशाला में विराट का क्लास फिर से दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि वे बहुत बड़े खिलाड़ी हैं। बस उन्हें एक बेहतरीन पारी की तलाश है। ये तलाश पूरी होते ही दुनिया देखेगी कि उनकी बाजुओं में कितना दमखम है।
चेतन चौहान ने कहा कि विराट के फार्म के बारे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। वेक महान खिलाड़ी हैं और देश के सबसे सफल कप्तान भी। मैं मानता हूं कि फिलहाल वे दबाव में हैं और ऐसे में उन्हें बहुत ही संयम से खेलना चाहिए। मुझे पूरा भरोसा है कि धर्मशाला में भारतीय कप्तान एक नई शुरुआत करेंगे और आलोचकों को मुंह तोड़ जवाब देंगे। (वेबदुनिया न्यूज)