'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बनना सम्मान की बात : विराट कोहली
सोमवार, 4 अप्रैल 2016 (17:17 IST)
कोलकाता। लगातार दूसरी बार ट्वंटी-20 विश्व कप के 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुने गए भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा है कि टीम की हार से वे निराश हैं लेकिन यह खिताब उनके लिए सम्मान की बात है।
विराट ने कहा, वैसे तो मैं निराश हूं कि हम फाइनल में स्थान नहीं बना सके और घरेलू धरती पर विश्व कप जीतने का मौका गंवा दिया। 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' के रूप में चुने जाना मेरे लिए सम्मान की बात है।
विराट इस तरह लगातार दूसरे ट्वंटी-20 विश्व कप में 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बने हैं। विराट 2014 में हुए पिछले ट्वंटी-20 विश्व कप में भी 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बने थे। तब उन्होंने टूर्नामेंट में 319 रन बनाए थे और इस बार उन्होंने 273 रन बनाए हैं। भारत 2014 में उप विजेता रहा था और इस बार वह सेमीफाइनल तक पहुंचा।
27 वर्षीय विराट ने कहा, बतौर टीम हमने इस विश्व कप टूर्नामेंट में खेलने का भरपूर फायदा उठाया, वो भी स्टेडियम में खचाखच भरे उत्साही घरेलू दर्शकों के सामने। मैं खुश हूं कि भारत में यह टूर्नामेंट सफल रूप से संपन्न हो गया। मैं वेस्टइंडीज की पुरुष और महिला टीमों को शानदार सफलता के लिए बधाई देता हूं।
वेस्टइंडीज की ईडन गार्डन में इंग्लैंड के खिलाफ चार विकेट से खिताबी जीत के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में विराट को 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' घोषित किया गया। विराट यह पुरस्कार लेने के लिए मौजूद नहीं थे तो उनकी जगह प्रिंस ऑफ कोलकाता कहे जाने वाले सौरभ गांगुली ने बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर के हाथों यह पुरस्कार ग्रहण किया।
आईसीसी विश्व कप पुरस्कार चयन समिति में वेस्टइंडीज के पूर्व गेंदबाज इयान बिशप, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन, पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर, ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की दो पूर्व खिलाड़ी मेल जोन्स और लिसा स्तालेकर शामिल थे।
विराट ने टूर्नामेंट के पांच मैचों में तीन अर्धशतकों सहित कुल 273 रन बनाए जो मुख्य टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन थे। विराट के मुकाबले में इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट, वेस्टइंडीज के लेग स्पिनर सैमुअल बद्री और बांग्लादेश के तमीम इकबाल थे लेकिन चयन पैनल ने इस पुरस्कार के लिए विराट को चुना। रूट ने छह मैचों में 249 रन बनाए जबकि बद्री ने छह मैचों में नौ विकेट लिए।
विराट ट्वंटी 20 विश्व कप टूर्नामेंट के 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुने जाने वाले पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान (2007), पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी (2009), इंग्लैंड के केविन पीटरसन (2010) और ऑस्ट्रेलिया के शेन वाटसन (2012) को यह पुरस्कार मिल चुका है। (वार्ता)