कोहली ने संवाददाता सम्मेलन में जहां दो सवालों पर पत्रकारों से बहस की वहीं पहले दो टेस्ट मैचों में गलतियां दोहराने के लिए अपनी टीम की भी खिंचाई की। उन्होंने भारत की दूसरे टेस्ट मैच में 135 रन से हार के बाद कहा, आखिर में एक टीम को हारना होता है। एक टीम के रूप में आप हमेशा जीत की कोशिश करते हो। आप हार स्वीकार कर सकते हो लेकिन जिस तरह से हम खेले वैसे नहीं, जिस तरह से हमने मौके गंवाए वह टीम के नजरिए से स्वीकार्य नहीं है।
कोहली ने कहा, कई बल्लेबाजों ने आसानी से अपने विकेट गंवाए, क्योंकि आप इतनी कड़ी मेहनत करते हो, मैच के लिए तैयार होते हैं, अच्छी स्थिति में पहुंचते हो, मैच को अपनी तरफ मोड़ते हो लेकिन तभी इन गलतियों से पासा पलट जाता है।
उन्होंने कहा, हमने दोनों मैचों में गलतियां दोहराईं। एक टीम के रूप में इससे बहुत बुरा लगता है। कोहली ने कहा कि खिलाड़ियों को स्वयं से सवाल करना होगा कि गलती कहां हुई। उन्होंने कहा, हम जिस तरह से खेले, हम यहां उस तरह से खेलने के लिए नहीं आए हैं। हमें खुद से पूछने की जरूरत है कि क्या गेंदबाजी करते समय या बल्लेबाजी करते समय या क्षेत्ररक्षण करते समय हमने हर समय अपना 120 प्रतिशत दिया।
कोहली ने कहा, हमने जो गलतियां की वे वास्तव में खेल के महत्वपूर्ण चरणों में पूरी तरह से ध्यान केंद्रित नहीं करने से जुड़ी हैं। यह ऐसी हैं, जिस पर हमें गौर करने और टीम के रूप में चर्चा करने की जरूरत है। कोहली से पूछा गया क्या टीम उन पर बहुत अधिक निर्भर हो गई है, उन्होंने कहा, मैं ऐसा नहीं मानता। ड्रेसिंग रूम में कोई ऐसा नहीं सोचता। मैदान पर 11 खिलाड़ी होते हैं। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं और अन्य खिलाड़ी भी। (भाषा)