बिजली की गति से दौड़ते हैं विराट और धोनी : गावस्कर

सोमवार, 28 मार्च 2016 (00:20 IST)
मोहाली। टी20 विश्व कप में रविवार को भारत की दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम ऑस्ट्रेलिया पर 6 विकेट से रोमांचक जीत से क्रिकेट की कॉमेंट्री कर रहे पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी बेहद खुश नजर आए हैं। उन्होंने कहा कॉमेंट्री के दौरान कहा कि विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी आज की तारीख में पिच पर दौड़ लगाने वाले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं।
यदि महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर विराट और धोनी की 'रनिंग बिटविन द विकेट' को दुनिया के सभी क्रिकेटरों पर भारी बता रहे हैं तो यह इन दोनों खिलाड़ियों के लिए फख्र की बात है। वैसे नागपुर में अंतिम गेंद पर धोनी ने बांग्लादेश के बल्लेबाज को रन आउट लिया था, तब सोशल मीडिया में उनकी तुलना दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट से कर दी थी। 
 
यकीनन उसेन बोल्ट दुनिया के सबसे तेज धावक हैं और उनकी दौड़ से आगे धोनी नहीं निकल सकते लेकिन यहां पर यह याद रखना जरूरी है कि उसेन बोल्ट सिर्फ दौड़ने के लिए ट्रैक पर उतरते हैं जबकि विकेटकीपर या बल्लेबाजों को पैड पहनकर दौड़ना होता है। पैड भी भारी रहते हैं। ऐसे में विराट और धोनी ने मोहाली में जिस चपलता से विकेट पर दौड़ लगाकर रन बटोरे, वह दाद के काबिल हैं।
 
इस बारे में विराट कोहली का मानना है कि मैदान पर रन लेते वक्त पैड पहनकर दौड़ने के लिए दमखम लगता है। इसके लिए क्रिकेटर जिम में अपनी बॉडी बनाते हैं और उन्हें बेहद अनुशासित रहना पड़ता है। उन्हें अच्छी डाइट लेनी होती है ताकि वे ऊर्जा से भरपूर रहें और मैदान पर दौड़ लगाते वक्त बिलकुल भी नहीं थकें। 
 
विराट के अनुसार जब खिलाड़ी मैदान पर तरोताजा होकर पहुंचता है तो उसके लिए विकेटों के बीच दौड़ लगाना बहुत आसान होती है लेकिन जब आप पर दबाव होता है और लगातार बल्लेबाजी करते हुए थक जाते है, तब भी हमें उतनी ही ऊर्जा के साथ से विकेटों के बीच दौड़कर रन लेना पड़ते हैं। इस कला के लिए ही हम लगातार अभ्यास करते रहते हैं और अपने आपको फिट रखते हैं। 
 
सनद रहे कि मोहाली के मैच में युवराज सिंह जब तक मैदान पर विराट कोहली का साथ दे रहे थे, तब वे दो रन लेने की जगह एक ही रन ले पा रहे थे (शायद उनकी फिटनेस आड़े आ रही थी)। यही कारण था कि भारत पर प्रति ओवर 13 रन लेने का दबाव आ गया था लेकिन उनके आउट होने के बाद धोनी ने मैदान संभाला तो स्थिति पूरी तरह से बदल गई। 
 
विराट और धोनी ने जहां एक रन की गुंजाइश थी, वहां अपनी फिटनेस की बदौलत 2 रन लिए, जिससे भारत पर से दबाव हटता चला गया। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए नाबाद 45 रनों की साझेदारी निभाई और वे जीत दर्ज करके ही मैदान से बाहर आए। रविवार को पूरी क्रिकेट बिरादरी ने विराट का 'विराट स्वरूप' देखा तो धोनी की चतुराई का लोहा माना। 
 
इसमें कोई शक नहीं विराट कोहली और महेंद्र‍ सिंह धोनी बिजली की गति से मैदान पर दौड़ते हैं और विरोधी टीम के छक्के छुड़ा देते हैं। यही कारण है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के सामने 160 रन बनाने के बावजूद 6 विकेट से मुकाबला हारकर विश्व कप से बाहर हो गई। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के बाद आज दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण और बल्लेबाजी में जौहर दिखाने वाले खिलाड़ी हैं। (वेबदुनिया न्यूज) 

वेबदुनिया पर पढ़ें