कोहली ने गेंदबाजों खासकर नेहरा और बुमराह की घातक गेंदबाजी की प्रशंसा की, जो मेजबान देश की जीत सुनिश्चित करने में सहायक बने। अंतिम ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए आठ रन की जरूरत थी और बुमराह ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए सिर्फ दो रन दिए और मैच को भारत के पक्ष में करते हुए दो विकेट भी झटके।
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कोहली ने कहा, ‘विश्वास बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है। हमारे साथ ऐसा होता रहा था कि हम शुरुआत में अच्छा करते थे। लेकिन सीरीज में आपको मध्य ओवरों में भी यही लय बरकरार रखनी चाहिए। लेकिन जिस तरीके से स्पिनरों ने मैच के मध्य में गेंदबाजी की और उसके बाद नेहरा एवं बुमराह का प्रयास काबिले तारीफ रहा।’
उन्होंने कहा, ‘नेहरा जानते थे कि वह क्या करना चाहते हैं। बुमराह हर गेंद पर मुझसे पूछ रहे थे कि उन्हें क्या करना चाहिए इस बारे में मैं क्या सोचता हूं। मैंने उनसे अपनी स्वाभाविक गेंदबाजी करने को कहा।’ राहुल के प्रयास की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा कि ऐसे विकेट पर बल्लेबाजी करना मुश्किल था।