4 मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीतने के बाद कोहली ने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से दोस्ती को लेकर उनकी राय बदल गई है। उन्होंने कहा था कि नहीं, अब यह बदल गया है। मैं ने पहले टेस्ट से पूर्व जो कहा था, मुझे गलत साबित कर दिया गया और अब मुझे आप ऐसा कहते कभी नहीं सुनेंगे। कोहली ने हालांकि सिलसिलेवार ट्वीट में स्पष्ट किया कि उनका बयान पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए नहीं था।
उन्होंने लिखा कि मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में मेरे जवाब को अतिरंजित करके पेश किया गया। मैंने यह नहीं कहा था कि पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम मेरी दोस्त नहीं है लेकिन...। उन्होंने आगे लिखा कि सिर्फ कुछ खिलाड़ियों के बारे में कहा था। कुछ खिलाड़ियों से मेरी अभी भी दोस्ती है, जो आरसीबी के लिए खेलते हैं और उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
इस श्रृंखला में कई विवाद देखने को मिले जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने की, जब उन्होंने डीआरएस फैसला लेने से पहले ड्रेसिंग रूम से मदद मांगी। कोहली ने उन्हें लगभग 'धोखेबाज' कह डाला था। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोहली को निशाना बनाते हुए 'खेलों का डोनाल्ड ट्रंप' कहा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने कहा कि कोहली को शायद 'सॉरी' शब्द की स्पेलिंग नहीं पता। (भाषा)