नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने आज उम्मीद जताई कि अभी उनके अंदर कम से कम आठ साल का क्रिकेट बचा है और अगर वे अपनी फिटनेस और कड़ी ट्रेनिंग कायम रखते हैं तो 10 साल तक खेल सकते हैं।
कोहली ने पिछले कुछ समय में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए और कई अन्य रिकॉर्ड उनके निशाने पर हैं। अपनी बेहतरीन फिटनेस के लिए भी मशहूर कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ हाल में संपन्न एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के दौरान दो शतक जड़कर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के 30 शतक की बराबरी करके महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (49 शतक) के बाद सर्वाधिक शतक की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंचे।
इस साल छह शतक और सात अर्धशतक की मदद से 1639 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले कोहली ने यहां आरपीएसजी इंडियन स्पोर्ट्स ऑनर्स पुरस्कार के लांच के दौरान कहा, ‘काफी सारे लोगों को तो यह पता भी नहीं है कि हम रोजाना कितनी मेहनत करते हैं। मैंने कभी नहीं देखा कि थकान होने के बावजूद 70 प्रतिशत ट्रेनिंग करने के बाद कोई खिलाड़ी बीच में ही कह दे कि बस अब मेरा काम पूरा हो गया। हम काम पूरा करने के लिए पूरा जोर लगाते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं भी यही करने का प्रयास करता हूं। मेरे अंदर प्रदर्शन की भूख कभी खत्म नहीं होती। मैं अंतिम समय तक प्रदर्शन करना चाहता हूं। मेरे अंदर आठ साल या अगर मैं कड़ी ट्रेनिंग करता हूं तो 10 साल का खेल बचा है। मैं रोज नयी शुरुआत करता हूं और छोटी चीजें भी मेरे लिए काफी मायने रखती हैं।’
कोहली ने इस दौरान युवाओं को घर से बाहर निकलकर खेलने की सलाह दी। उन्होंने कहा, हमारे समय में गैजेट्स नहीं होते थे। आजकल तो लोग आईफोन और आईपैड पर व्यस्त हैं। हमारे समय में अगर किसी के पास अच्छा वीडियो गेम होता था तो हम उसके घर जाकर उसे खेलने की योजनाएं बनाते थे।
कोहली के अनुसार मैंने अपना बचपन सड़क और मैदान पर अलग अलग खेल खेलते हुए बिताया है और मैं युवाओं से अपील करूंगा कि वे भी बाहर जाकर खेलें और किसी ना किसी खेल से जुड़ने का प्रयास करें।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसे में हमारे पास खिलाड़ियों का पूल बढ़ेगा जिससे मदद मिलेगी। (भाषा)