जो बोया वह काटा, विराट ने क्या किया था कुंबले के साथ, ट्विटर पर याद दिलाया फैंस ने

गुरुवार, 16 दिसंबर 2021 (12:23 IST)
टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि टेस्ट टीम की घोषणा होने से डेढ़ घंटे पहले उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था। इसकी सूचना उन्हें मुख्य चयनकर्ता से मिली थी। उन्होंने यह भी कहा कि वह वनडे सीरीज़ के लिए उपलब्ध हैं और मीडिया में उनके आराम करने के रिपोर्ट्स झूठे हैं। इसके अलावा उनकी इस बारे में टीम प्रबंधन से कोई बात नहीं हुई।

रोहित शर्मा को दक्षिण अफ़्रीका दौरे से पहले वनडे टीम का कप्तान बनाया गया। इसके अलावा उन्हें टेस्ट टीम की उपकप्तानी की भी ज़िम्मेदारी सौंपी गई। रोहित हेमस्ट्रिंग चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट दौरे से हट चुके हैं।

इसके अलावा विराट कोहली ने बोर्ड द्वारा दिए गए कई बयानों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि कप्तानी छोड़ने के लिए 48 घंटो की मोहलत की बात गलत है और उन्हें टीम मीटिंग से 1.5 घंटा पहले ही वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने उनसे टी-20 की कप्तानी पर पुनर्विचार करने के लिए भी नहीं कहा था जैसा कि पहले बयानों में बीसीसीआई अध्यक्ष ने दावा किया।

कोहली के कारण कुंबले हटे थे कोचिंग से

हो सकता है कि विराट कोहली की बातों में सच्चाई हो लेकिन ट्विटर पर कई क्रिकेट फैंस ने उनको वह समय याद दिलाया जब उनके कारण भारत के पूर्व टेस्ट कप्तान और स्पिनर अनिल कुंबले को टीम इंडिया की कोचिंग से हाथ धोना पड़ा था।

#Virat vs #Kumble - Virat was the winner.#Kohli vs #ganguly - Virat Kohli should remember that there is one and only one #ganguly

— Free Soul (@TheSoulCurry1) December 15, 2021

BCCI sacked Kohli from captaincy because he hasn't won any major tournament ever , so it's unfair to Kohli.

But , Kohli sacked anil kumble without any reason just bcz he wants puppet like shastri . And it's absolutely fair !

— Lakshman (@Rebel_notout) December 15, 2021

As far as treating him is concerned, "You Reap What You Sow" what's happening with Kohli he did same with Anil Kumble.

— Sameet Thakkar (@thakkar_sameet) December 15, 2021

He used his power and sacked the great Anil Kumble as the coach, in 2017; and now, he’s been sacked as the captain! What goes around comes around #ViratKohli

— Ramachandra.M/ (@nanuramu) December 9, 2021

Virat kohli had said he has no issues with Kumble and then he ganged up against him, got him removed and then pressurized BCCI to apoint Shastri so I don't trust him either. I m not saying BCCI ppl r saint but Virat is also not raja Harischand.

— Piyush Shukla (@pshuklarocks) December 15, 2021

#TeamIndia #Captaincy #BCCI

Anil Kumble while watching press conference of Virat Kohli : pic.twitter.com/qTxbikzkFo

— g0v!ñD $#@®mA (@rishu_1809) December 15, 2021

Kohli had rift with kumble and he managed to sack kumble because he was powerful than Kumble.

Now same kohli has rift with Ganguly and people blindly believing him and blaming Dada for this mess without hearing dada's POV.
But one thing is clear virat can't sack dada

— Aryan  (@Rohitswarriorrr) December 15, 2021
कुंबले 2016-17 के बीच एक साल के लिए भारतीय टीम के कोच थे। उस समय सचिन तेंदुलकर, लक्ष्मण और गांगुली की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समति ने उन्हें शास्त्री की जगह नियुक्त किया था। हालांकि, कप्तान विराट कोहली के साथ कटु मतभेद के कारण कुंबले ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान से हारने के बाद अपना इस्तीफा दे दिया था।

अनिल कुंबले के लिए टीम में अनुशासन सबसे अहम रहा। यही कारण है कि उनकी कोहली से पटरी नहीं बैठी और दोनों ने 6 माह तक आपस में बात तक नहीं की थी।हालांकि कप्तान विराट ने अनिल कुंबले से मतभेद की खबरों का खंडन किया था। लेकिन मीडिया रिपोर्टों में यह बराबर आ रहा था कि विराट और कई खिलाड़ियों का कहना है कि वे कुंबले की कार्यशैली से खुश नहीं हैं।

बतौर कोच नतीजे दे रहे थे कुंबले फिर भी बने थे राजनीति का शिकार
 
कुंबले के कार्यकाल में ही भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट में नंबर एक टीम बनी थी और भारत ने वेस्टइंडीज को उनके घर में हराने के अलावा न्यूजीलैंड, इंग्लैंड तथा ऑस्ट्रेलिया को घरेलू मैदान में हराया था। कुंबले की मेहनत का ही नतीजा था कि भारतीय टीम ने 17 टेस्ट मैच में से 12 मुकाबलों में जीत हासिल की थी जबकि 1 मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा था जबकि 5 टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुए थे।
20 जून 2017 के दिन लंदन में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच अनिल कुंबले ने एक साल का कार्यकाल पूरा होते ही अपना पद छोड़ दिया जबकि बीसीसीआई चाहता था कि वे वेस्टइंडीज दौरे तक अपने पद पर बने रहें लेकिन टीम के अंदरुनी हालात इतने खराब हो गए हैं कि कुंबले ने खुद को टीम से अलग करने का ऐलान कर डाला।

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