लक्ष्मण ने यहां 'स्पोरटेल' कार्यक्रम के दौरान कहा, जब मैं और द्रविड़ टीम से जुड़े तो सचिन स्थापित क्रिकेटर थे। द्रविड़ ने कुछ अवसरों पर अपनी प्रतिभा को कम करके आंका, लेकिन यदि वे सचिन के करीब पहुंच पाए तो अपनी कड़ी मेहनत के कारण।
लक्ष्मण ने कहा कि भारत की विदेशों में जीत में द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग ने सबसे अधिक प्रभाव डाला। उन्होंने कहा, प्रत्येक खिलाड़ी की अपनी सीमाएं होती हैं। मेरा मानना है कि विदेशों में भारत के प्रदर्शन पर जिन्होंने सबसे अधिक प्रभाव डाला वह वीरू (वीरेंद्र सहवाग) और द्रविड़ हैं। (भाषा)