वेस्टइंडीज के लगभग सभी शीर्ष खिलाड़ियों का क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) के साथ पिछले कुछ वर्षों से विवाद चल रहा था और इसी के चलते वर्ष 2014 में टीम ने भारत दौरा बीच में ही विरोध स्वरूप छोड़ दिया था। बोर्ड इसके बाद से केवल उन्हीं खिलाड़ियों का चयन कर रहा है जो घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। इस नीति के कारण देश के लगभग सभी दिग्गज खिलाड़ी टीम से बाहर हो गए हैं जो दुनियाभर की विभिन्न ट्वंटी 20 लीगों में खेलते हैं।
इस करार से क्रिस गेल, सुनील नारायण, ड्वेन ब्रावो, कीरोन पोलार्ड और सैमुअल बद्री जैसे खिलाड़ी जो फिलहाल विभिन्न देशों में ट्वंटी 20 लीगों में खेलते हैं वे राष्ट्रीय टीम के लिए 50 ओवर प्रारूप में खेल सकेंगे। सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज का सीमित ओवर प्रारूप में प्रदर्शन काफी खराब हो गया है और वह इसी वर्ष हुई चैंपियंस ट्राफी तक के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर सकी थी।
उन्होंने कहा ऐसे में हम क्वालीफाई टूर्नामेंट पर ध्यान देंगे क्योंकि अगले छह महीने में हमें इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के साथ केवल आठ वनडे मैच ही खेलने हैं। उन्होंने कहा हमारे लिए यह जरूरी है कि हम विंडीज टीम के लिए सबसे अच्छे खिलाड़ियों को उपलब्ध कराएं जो इन अहम मैचों में हमारे लिए अच्छा खेल सकें। (वार्ता)