कप्तान के इन कड़े शब्दों से आहत होकर रबाड़ा ने 3 ओवर में 3 विकेट लेकर पलट दिया मैच
शुक्रवार, 7 जनवरी 2022 (15:46 IST)
जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने बताया कि उन्होंने कैगिसो रबाडा से क्या कहा जिसके बाद इस तेज गेंदबाज ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में कहर बरपाती गेंदबाजी की। रबाडा ने दोनों पारियों में तीन तीन विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की सात विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई।
खासकर दूसरी पारी में जब भारत एक बहुत मजबूत स्थिति में था और बुरे फॉर्म से जूझ रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे तीसरे विकेट के लिए 111 रनों की साझेदारी कर चुके थे।
भारत का स्कोर एक समय दो विकेट पर 155 रन था और वह अच्छी स्थिति में दिख रहा था, लेकिन इसके बाद रबाडा ने बेहतरीन स्पैल करके अपनी टीम को वापसी दिलायी।
रबाडा ने रहाणे को एक बेहतरीन शॉर्ट गेंद पर विकेटकीपर काइल वेरेन के हाथों कैच कराया। रहाणे ने 78 गेंदो में 58 रनों की पारी खेली और उनकी इस बेहतरीन पारी का अंत बेहतरीन गेंद से हुआ।
इसके बाद एक अंदर आती हुई गेंद पर उन्होंने पुजारा को पगबाधा आउट किया, चेतेश्वर ने इस पर रिव्यू लिया लेकिन वह विफल रहा। पुजारा ने 86 गेंदो में 53 रन बनाए। वॉंडर्र्स की पिच पर पहले ही 2 सेट बल्लेबाजों को चलता कर रबाड़ा ने भारत को एक और बड़ा झटका दिया।
रबाड़ा ने पंत को पहली गेंद डाली जिस पर वह बीट हुए। इसके बाद दूसरी गेंद पंत के शरीर पर लगी और ग्लब्स पर टकराकर स्लिप्स की ओर गई। तीसरी गेंद पर पंत का धैर्य जवाब दे गया और आगे बढ़ कर रबाड़ा को शॉट मारना उन्हें महंगा पड़ गया।
रबाड़ा ने ऋषभ पंत को खाता भी नहीं खोलने दिया जिन्होंने शार्ट पिच गेंद को हॉफ वॉली पर खेलने का गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाकर विकेटकीपर को कैच दिया। रबाड़ा के इस स्पैल से यह सुनिश्चित हो गया कि भारत 300 रनों का लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका को नहीं देने वाला है।
मैच के बाद एल्गर ने कहा , कई बार केजी (रबाडा) को प्रेरित करने की जरूरत होती है। मैने उससे कहा कि तुम्हारा सभी काफी सम्मान करते हैं और तुम इतने बड़े क्रिकेटर हो लेकिन इस समय तुम्हारा प्रदर्शन वैसा नहीं है।
उन्होंने कहा , मैं जानता हूं कि वह क्या कर सकता है। वह अपनी लय में हो तो दुनिया में उससे बेहतर कोई गेंदबाज नहीं है। मैने उससे बात की और उसने इसके बारे में सोचा होगा। अगले दिन उसने शानदार प्रदर्शन किया।
एल्गर ने कहा ,उसके भीतर अच्छे प्रदर्शन की चाह है और वह टीम की जीत में योगदान देने को तत्पर रहता है। बतौर कप्तान मेरा काम उसका सही इस्तेमाल करना है। कई बार वह इत्मीनान से खेलने लगता है तो उसे समझाना पड़ता है कि उसका प्रदर्शन टीम के लिये कितना अहम है, मैदान पर भी और ड्रेसिंग रूम में भी।
दक्षिण अफ्रीका के कोच मार्क बाउचर ने कहा , कुछ खिलाड़ियों को कई बार कड़े शब्दों में उनकी क्षमता का अहसास कराना पड़ता है। डेल स्टेन भी उनमें से एक है और केजी भी। ड्रेसिंग रूम में माहौल कुछ गर्म हो गया था और वह चीजों को ढर्रे पर लाने के लिये जरूरी था।