उन्होंने कहा, “ कोरोना से संक्रमित होने के बाद मुझे डर लगने लगा था। परिवार में भी सभी लोग बहुत चिंतित थे, हालांकि मैंने उन्हें वीडियो कॉल के माध्यम से आश्वस्त किया कि डरने की कोई बात नहीं है। मेरी उचित तरीके से देखभाल की जा रही है। ”
साहा ने बताया कि उन्होंने मई के पहले दिन अभ्यास के बाद थकान महसूस की थी। उन्हें जुकाम और हल्की खांसी भी हुई थी। उसी दिन उन्होंने टीम डॉक्टर को इसकी सूचना दी और फिर उनके लिए बिना किसी देरी के आईसोलेशन में रहने की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि इसी दिन उनका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। अगले दिन फिर हुए टेस्ट में भी रिपोर्ट नेगेटिव आई, हालांकि उन्हें आईसोलेशन से बाहर आने की अनुमति नहीं दी गई। इसके बाद उन्हें बुखार आना शुरू हुआ और तीन दिन बाद हुए टेस्ट में वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
उल्लेखनीय है कि साहा को इंग्लैंड दौरे के लिए 20 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल किया गया है, हालांकि उन्हें पूरी तरह ठीक होने के बाद ही टीम में शामिल किया जाएगा और तभी वह इंग्लैंड दौरे पर जा पाएंगे। भारतीय टीम को इंग्लैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेलनी है।(वार्ता)