यशस्वी और बुमराह की मदद से भारत ने दूसरे मैच में मजबूत की अपनी पकड़

WD Sports Desk

शनिवार, 3 फ़रवरी 2024 (18:45 IST)
IND vs ENG 2nd Test 2nd Day Stumps :  युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की पहली दोहरी शतकीय पारी के बाद सपाट पिच पर जसप्रीत बुमराह की शानदार स्विंग गेंदबाजी से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में शनिवार को यहां अपनी पकड़ मजबूत कर ली।
 
 बुमराह ने 45 रन देकर छह विकेट लिए जिससे इंग्लैंड की पहली पारी 55.5 ओवर में 253 रन पर सिमट गई।
 
भारत ने स्टंप्स से पहले अपनी दूसरी पारी में पांच ओवर में बिना किसी नुकसान के 28 रन बनाकर कुल 171 रन की बढ़त हासिल कर ली। स्टंप्स के समय कप्तान रोहित शर्मा 13 और पहली पारी में 209 रन बनाने वाले यशस्वी जायसवाल 15 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। दोनों ने पांच ओवर के खेल में तीन-तीन चौके लगाये हैं।
 
  अपना छठा टेस्ट खेल रहे 22 साल के जायसवाल ने 290 गेंद की पारी में 19 चौके और सात छक्के की मदद से 209 रन बनाये। वह दोहरा शतक जड़ने वाले भारत के तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने। उनकी बल्लेबाजी से भारत ने पहली पारी में 396 रन बनाये।
 
इंग्लैंड ने सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली की 78 गेंद में 76 रन की आक्रामक पारी के दम पर तेज शुरुआत की लेकिन बुमराह ने स्विंग और रिवर्स स्विंग का शानदार मिश्रण कर मैच में भारत की वापसी करा दी। उन्होंने करियर में 10वीं बार पांच विकेट झटकने के साथ टेस्ट में 150 विकेट का आंकड़ा छुआ। वह वकार यूनुस के बाद इस आंकड़े तक पहुंचने वाले दूसरे सबसे तेज एशियाई गेंदबाज है।
 
जो रूट (पांच), ओली पोप (23), जॉनी बेयरस्टो (25) और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (47) को बुमराह ने अपनी चतुराई से चकमा देकर आउट किया।
 
बुमराह को वामहस्त स्पिनर कुलदीप यादव का अच्छा साथ मिला, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए तीन विकेट लिये। रविचंद्रन अश्विन इस दौरान विकेट लेने में असफल रहे तो वही मुकेश कुमार के खिलाफ इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आसानी से रन बनाये।
 
भारतीय टीम अब मैच के तीसरे दिन ऐसे स्कोर तक पहुंचना चाहेगी जिसे हासिल करना इंग्लैंड के लिए काफी मुश्किल हो। पिच से अब असामान्य उछाल मिल रहा है और ऐसे स्थिति में ‘बैजबॉल’ क्रिकेट खेलने वाली इंग्लैंड के लिए 400 रन से अधिक का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल होगा।
 
बुमराह ने अपनी अंदर आती और बाहर जाती स्विंग तथा रिवर्स गेंदों से रूट के मन में दुविधा उत्पन्न की। रूट इनस्विंगर की उम्मीद में बल्ले को अपने पैड के आगे ले आये लेकिन बुमराह की गेंद रिवर्स स्विंग होकर बाहर की ओर निकली और उनके बल्ले का बाहरी किनारा लग गया।
 
इसके बाद उनके शानदार यॉर्कर का पोप के पास कोई जवाब नहीं था।
 
उन्होंने दिन के आखिरी सत्र में जॉनी बेयरस्टो, स्टोक्स, टॉम हार्टले (21) और जेम्स एंडरसन को आउट किया। बेयरस्टो भी रूट की तरह ही स्लिप में शुभमन गिल को कैच देकर आउट हुए।
 
हार्टले और स्टोक्स ने इसके बाद 47 रन की साझेदारी कर भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया जिससे कप्तान रोहित ने फिर से बुमराह का रुख किया। इस तेज गेंदबाज ने स्टोक्स को बोल्ड करने के बाद हार्टले को स्लिप में कैच करवाया।
 
इससे पहले कुलदीप ने दिन के दूसरे सत्र की शुरुआत में बेन डकेट (21) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलायी।
 
दूसरे सत्र के शुरुआती भाग में क्राउली ने आक्रामक पारी से भारत पर दबाव बनाया। उन्होंने बिना किसी लापरवाही के कुलदीप पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर रविचंद्रन अश्विन की गेंद को भी दर्शक दीर्घा में भेजा।
 
अपना 26वां जन्मदिन मना रहे क्राउली ने अक्षर पटेल का स्वागत चौके से किया लेकिन एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में श्रेयस अय्यर द्वारा लपके गये।
 
इससे पहले दिन की शुरुआती सत्र में यशस्वी जायसवाल ने शानदार दोहरे शतक के साथ भारतीय बल्लेबाजी का भार अपने युवा कंधों पर उठाया। भारतीय टीम ने छह विकेट पर 336 रन से आगे खेलते हुए बीते दिन के अपने स्कोर में 60 रन जोड़े और लंच से लगभग आधे घंटे पहले 112 ओवर में ऑल आउट हो गई।
 
जायसवाल ने स्पिनर शोएब बशीर के खिलाफ लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर अपना दोहरा शतक पूरा किया। वह इसके साथ ही विनोद कांबली और सुनील गावस्कर के बाद टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बन गये।
 
जायसवाल का यह दोहरा शतक टेस्ट क्रिकेट में उनके समर्पण का उदाहरण था जो उन्होंने अपने खेल के शुरूआती दिनों में दिखाया था। उत्तर प्रदेश के एक गांव से मुंबई आकर बसने वाले एक साधारण परिवार के इस खिलाड़ी ने अपने शुरूआती दिनों में आजाद मैदान के ‘टेंट (तंबू)’ में बिताये थे।
 
जायसवाल के अलावा भारत के अन्य बल्लेबाजों ने निराश किया। जायसवाल के बाद शुभमन गिल 34 रन और पदार्पण कर रहे रजत पाटीदार 32 रन के साथ टीम के सर्वोच्च स्कोरर रहे।
 
भारतीय पारी को जहां जायसवाल ने संवारा वहीं इंग्लैंड की गेंदबाजी का भार 41 साल के दिग्गज जेम्स एंडरसन (47 रन पर तीन विकेट) ने उठाया। उन्होंने सपाट पिच पर अपनी धारदार गेंदबाजी से दिन के शुरुआती सत्र में जायसवाल को आउट करने से पहले रविचंद्रन अश्विन को पवेलियन की राह दिखायी।
 
आठ ओवर के शुरूआती स्पैल में उन्होंने सीम गेंदबाजी का शानदार नमूना पेश किया। अश्विन (20) उनकी बाहर निकलती गेंद पर बल्ला अड़ा बैठे और विकेटकीपर बेन फोक्स ने कोई गलती नहीं की।
 
अश्विन के आउट होने के बाद जायसवाल ने आक्रामक बल्लेबाजी करने का मन बनाया। इसी कोशिश में वह डीप कवर क्षेत्र में जॉनी बेयरस्टो को कैच थमा बैठे।
 
एंडरसन के साथ दूसरे दिन गेंदबाजी का आगाज करने वाले ऑफ स्पिनर बशीर ने लगातार 10 ओवर फेंके और मुकेश कुमार को आउट कर भारतीय पारी को खत्म किया। (भाषा) 

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