उन्होने कहा कि विविधताओं से परिपूर्ण बुंदेलखंड इतिहास, पुराण और प्राकृतिक सुंदरता का अनूठा संगम है। क्षेत्र में पर्यटन के विकास के जरिये रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे। प्राकृतिक आपदाओं से जूझते बुंदेलखंड के बाशिंदो के लिए सरकार का यह कदम राहत लेकर आयेगा।
मान्यताओं के अनुसार भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के दौरान चित्रकूट में ठहरे थे। इस नाते प्रस्तावित रामायण सर्किट के तहत चित्रकूट एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। हालांकि सरकार मिर्जापुर और बिठूर के भी विकास का खाका खींच चुकी है। मिर्जापुर में अष्टभुजा और कालीकोह मंदिर के बीच रोपवे बनाने का प्रस्ताव है। (वार्ता)