युवराज ने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि मैं अपने परिवार और खासतौर पर अपनी मां को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो आज (सोमवार को) यहां मेरे साथ मौजूद हैं। मेरी प्यारी मां हमेशा मेरी ताकत रही हैं और मैं यह कहना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे 2 बार जन्म दिया है। कैंसर जैसी बीमारी के समय वे हमेशा मेरे साथ रहीं और मुझमें जीवन की ललक पैदा करती रहीं।
ऑलराउंडर ने साथ ही कहा कि मैं अपनी पत्नी का भी शुक्रगुजार हूं, जो मुश्किल समय में मेरा हौसला बढ़ाती रही। मैं अपने नजदीकी मित्रों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जो मुझसे जैसे ऊब गए थे लेकिन हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। मैं जिनसे प्यार करता हूं, वे सब यहां मौजूद हैं। हालांकि मेरे पिता इस समय मौजूद नहीं हैं। मैं आप सभी का तहेदिल से धन्यवाद करना चाहता हूं।
युवराज ने अपने साथी क्रिकेटरों को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि मैंने सौरव गांगुली की कप्तानी में खेलना शुरू किया। मैं सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ जैसे लीजेंड के साथ खेला। आशीष नेहरा, भज्जी जैसे दोस्त मिले। जहीर, वीरू, गौतम, भज्जी जैसे मैच विनर्स के साथ खेला। मुझे महेंद्र सिंह धोनी जैसे कप्तान और गैरी कर्स्टन जैसे सबसे नायाब कोच के साथ मुझे खेलने का भी मौका मिला।
उन्होंने कहा कि मेरा अब सारा ध्यान उन लोगों की मदद करने पर लगा रहेगा, जो कैंसर से प्रभावित हैं। मैं कैंसर से प्रभावित लोगों की अपनी चैरिटी यूवीकैन के जरिए मदद करूंगा। मैं अपनी कहानी के जरिए समाज के सामने एक उदाहरण पेश करना चाहता हूं कि कैंसर जैसी भयानक बीमारी से लड़कर जीता जा सकता है।