बताया जाता है कि योगराजसिंह जिस रीति रिवाज से शादी कराना चाहते थे, वो उनकी पत्नी शबनम को मंजूर नहीं था। योगराज डेरा में विवाह कराने के पक्ष में नहीं थे। उनका कहना था कि मैं सिर्फ भगवान को मानता हूं किसी डेरे को नहीं। हालांकि इससे पूर्व 12 बजे मेंहदी की रस्म अदा की गई की गई, जिसमें योगराज भी शामिल हुए थे।
हेजल के हाथों में युवराज के नाम की मेंहदी लगाई गई। मेंहदी के वक्त खास मेहमान ही आमंत्रित थे। हेजल के माता-पिता, युवराज की मां शबनम सिंह, भाई जोरावरसिंह और परिवार के सदस्यों के अलावा मोहाली में क्रिकेट मैच जीतने के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली सहित सभी खिलाड़ी विवाह समारोह में शामिल हुए और जमकर मौज-मस्ती की।
युवराज की शादी के मौके पर आने वाले मेहमानों के लिए खास व्यंजनों का इंतजाम किया गया था। खाने में पंजाबियों का खास माने जाने वाला सरसों का साग और मक्के की रोटी भी परोसी गई। इसके अलावा रबड़ी, मलाई कुल्फी और जलेबियों का भी मेहमानों ने लुत्फ उठाया। (एजेंसी/ वेबदुनिया)