मुंबई। माइकल हसी से विस्फोटक शुरुआत के बाद धड़ाधड़ विकेट गंवाने के बावजूद मुंबई इंडियंस आज यहां अपने चुनौतीपूर्ण स्कोर का बचाव करने में सफल रहा और उसने दिल्ली डेयरडेविल्स पर 15 रन की जीत से आईपीएल सात के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदें भी बरकरार रखी।
PTI
हसी ने 33 गेंद पर 56 रन बनाए और इस बीच लेंडल सिमन्स (35) के साथ पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़े। इन दोनों के अलावा कप्तान रोहित शर्मा ने 30 रन बनाए। मुंबई ने पहले दस ओवर में 100 रन बना लिए थे लेकिन आखिरी आठ विकेट 33 रन के अंदर गंवाने से मुंबई 19.3 ओवर में 173 रन पर आउट हो गया।
दिल्ली की तरफ से लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने 37 रन देकर तीन जबकि तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 24 रन देकर दो विकेट लिए। कप्तान केविन पीटरसन (44) ने दिल्ली को तेज शुरुआत दिलाई जबकि जेपी डुमिनी (नाबाद 45) और मनोज तिवारी (41) ने चौथे विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की लेकिन वह टीम की हार का क्रम नहीं तोड़ पाए।
दिल्ली की टीम ने आखिर में चार विकेट पर 158 रन बनाए। मुंबई की तरफ से मर्चेंट डि लेंगे ने 32 रन देकर दो विकेट लिए। मुंबई की यह 13वें मैच में छठी जीत है और उसके 12 अंक हो गए हैं। दिल्ली ने भी अपना 13वां मैच खेला और उसे 11वीं हार का सामना करना पड़ा।
दिल्ली जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो पीटरसन हसी से प्रेरित दिखे। उन्होंने जसप्रीत बमराह के पहले ओवर में चौका जड़कर खाता खोला और फिर मर्चेंट डि लेंगे के अगले ओवर में तीन चौके लगाए। बमराह जब छोर बदलकर गेंदबाजी करने आए तो उन्होंने गगनदायी छक्के से उनका स्वागत किया। यह अलग बात है कि अगली गेंद पर डि लेंगे ने उनका मुश्किल कैच छोड़ दिया।
डुमिनी और तिवारी ने हालांकि हार नहीं मानी और मैच को रोमांचक बनाने की पूरी कोशिश की। डुमिनी ने विशेषकर छक्के जड़ने की अपनी कला का अच्छा प्रदर्शन किया तथा दोनों अनुभवी स्पिनरों हरभजन और प्रज्ञान ओझा में से किसी को नहीं बख्शा। तिवारी ने इस बीच जब तब गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाया।
जब नौ गेंद पर 28 रन चाहिए थे तब तिवारी ने सीमा रेखा पर कैच थमाया। डि लेंगे ने अपने इस ओवर में केवल सात रन देकर दिल्ली की जीत की उम्मीदों पर पानी फेरा। आखिरी ओवर में 25 रन चाहिए थे लेकिन उसमें नौ रन ही बन पाए।
इससे पहले हसी ने शुरू से अपने फ्लिक, कट और पुल का शानदार नमूना पेश करके कुछ खूबसूरत चौके लगाए। उनादकट और सिद्धार्थ कौल जैसे कम अनुभवी तेज गेंदबाजों के लिए यह कड़ा सबक था। हसी ने बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम की गेंद छह रन के लिए भेजकर उनका आत्मविश्वास डिगाने का प्रयास कर दिया।
पावरप्ले में स्कोर 65 रन पहुंच गया जो मुंबई का इस सत्र में पहले छह ओवर में सर्वाधिक स्कोर है। पिछले मैच में शतक जड़ने वाले सिमन्स ने इस दौरान हसी के साथी की भूमिका बखूबी निभायी।
इस कैरेबियाई बल्लेबाज ने इसके बाद ताहिर को निशाना बनाकर उनके एक ओवर में तीन चौके जड़े लेकिन आखिरी गेंद को वह सही टाइमिंग से नहीं खेल पाए और वायने पर्नेल ने कवर बाउंड्री पर दौड़ लगाकर उसे कैच कर दिया।
रोहित ने जेपी डुमिनी पर दो चौके लगाकर शुरू से ही हमलावर तेवर अपना लिए थे, लेकिन उनादकट की फुललेंथ गेंद को कट करने के प्रयास में वह बोल्ड हो गए। यहीं से विकेटों का पतझड़ शुरू हुआ और मुंबई के बल्लेबाजों ने दिल्ली के क्षेत्ररक्षकों को कैच का अभ्यास कराया। कीरोन पोलार्ड (11) भी उनादकट के इसी ओवर में विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
आदित्य तारे (14) ने उनादकट की आखिरी दो गेंदों को सीमा रेखा के पार भेजा लेकिन नदीम ने अगले ओवर में अंबाती रायुडु (2) को कैच करवा दिया। तारे और हरभजन सिंह (2) ने भी हवा में गेंद लहराकर कैच आसान कैच थमाए। (भाषा)