इंग्लैंड भले ही पहले एशेज टेस्ट को ड्रॉ कराने में सफल रहा है लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह पूरे मैच के दौरान प्रतिद्वंद्वी टीम पर दबदबा बनाए रखा उससे पूर्व लेग स्पिनर शेन वॉर्न बहुत खुश हैं।
वॉर्न ने 'द टाइम्स' में प्रकाशित अपने स्तंभ में लिखा इंग्लैंड ने अंतिम क्षणों में जिस तरह अपनी हार को टाला उसके लिए उसे तारीफ मिल सकती है, लेकिन इससे बड़ी तस्वीर को नहीं छिपाया जाना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया को महज एक विकेट नहीं ले पाने का मलाल हो सकता है लेकिन मैच के पाँचों दिन उसने अपना दबदबा बनाए रखा।
उन्होंने कहा जो कुछ हुआ उससे मुझे तनिक भी आश्चर्य नहीं है। इंग्लैंड को जीत का दावेदार माना जा रहा था लेकिन जिस तरह से कंगारुओं ने पलटवार किया वह वाकई काबिले तारीफ है। अब हम कह सकते हैं कि 'ऑस्ट्रेलिया का बदलाव का दौर' खत्म हो गया है। उन्हें कार्डिफ टेस्ट से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
इस 39 वर्षीय दिग्गज स्पिनर ने कहा कि विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने इस टेस्ट में साबित किया कि वे बतौर बल्लेबाज भी टीम के लिए बहुत उपयोगी हैं। हाँ, ये जरूर है कि वे पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट की तरह विस्फोटक नहीं हैं, लेकिन टीम के लिए बेहद उपयोगी हैं।
इसके अलावा मार्क्स नार्थ और माइकल क्लार्क ने भी स्पिन गेंदबाजी को बेहतर तरीके से खेला। वॉर्न ने साथ ही इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन की भी तारीफ की।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि पीटरसन दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज हैं। उनमें प्रतिभा है लेकिन दुनिया के श्रेष्ठ खिलाड़ियों को बड़ा स्कोर भी बनाना चाहिए और मैदान में ज्यादा गलतियाँ नहीं करनी चाहिए।