गेल के आगे सब हुए फेल

रविवार, 22 मई 2011 (14:22 IST)
PTI
इंडियन प्रीमियर लीग में 'बिग हिटर्स' की फेहरिस्त लंबी हो सकती है लेकिन वेस्टइंडीज टीम में नहीं चुने जाने से खुन्नस खाए क्रिस गेल ने इस बार खतरनाक विस्फोटक तेवरों से अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ दिया।

बिग हिटर्स के लिए आईपीएल सबसे बेहतर मंच रहा है लेकिन इस बार के टूर्नामेंट में जहां कीरोन पोलार्ड, यूसुफ पठान, डेविड वॉर्नर जैसे मशहूर बिग हिटर नाकाम साबित हुए वहीं पॉल वल्थाटी और शॉन मार्श जैसे कुछ ए नाम इस सूची में जुड़े।

गेल का हालांकि कोई जवाब नहीं रहा। रायल चैलेंजर्स बेंगलूर ने बाएं हाथ के इस कैरेबियाई बल्लेबाज को टूर्नामेंट के बीच टीम से जोड़ा और उसके बाद तो उसकी किस्मत ही बदल गई। गेल गेंदबाजों के लिए दुस्वप्न बन गए।

उन्होंने कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ अपने पहले मैच में ही 107 रन ठोंके, जिसमें नौ छक्के शामिल थे। इसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ गेल ने सात छक्कों की मदद से नाबाद 102 रन बनाए।

गेल का कहर यूं तो सभी गेंदबाजों पर टूटा लेकिन कोच्चि टस्कर्स केरल के प्रशांत परमेश्वरन की उन्होंने खास खबर ली। गेल ने उनके एक ओवर में 37 रन बनाए जो ट्वेंटी-20 में विश्व रिकॉर्ड से एक रन कम है। विश्व रिकॉर्ड इंग्लैंड एंड्रयू फ्लिन्टाफ के नाम पर है।

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पहले आठ मैच में 436 रन बनाए जिसमें 32 छक्के शामिल हैं। उनका स्ट्राइक रेट 195.51 है, जो अन्य बल्लेबाजों से काफी बेहतर है। उन्होंने अब तक सबसे लंबा छक्का 109 मीटर लगाया हालांकि इस मामले में वह दिग्गज बिग हिटर एडम गिलक्रिस्ट (122 मीटर) और एल्बी मोर्कल (114 मीटर) से थोड़ा पीछे रहे।

वल्थाटी ने चेन्नई के खिलाफ 63 गेंद पर नाबाद 120 रन और फिर डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ पांच छक्कों की मदद से 75 रन बनाकर खुद को बिग हिटर्स की श्रेणी में शामिल किया। उन्होंने 14 मैच में 20 छक्के लगाए। किंग्स इलेवन पंजाब के उनके साथी मार्श 500 रन की संख्या पार करने वाले पहले बल्लेबाज बने। इसमें उनके 20 छक्के भी शामिल हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी 146.51 रहा।

वीरेंद्र सहवाग कंधे की चोट के कारण आईपीएल के सभी मैच में नहीं खेल पाये लेकिन इस बीच उन्होंने अपनी आक्रामकता से क्रिकेट प्रेमियों का भरपूर मनोरंजन किया। दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान की डेक्कन के खिलाफ 56 गेंद पर 119 रन की पारी को भला कौन भुला सकता है। गेल, मार्श और सहवाग ही तीन ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने दो पारियों में पांच या इससे अधिक छक्के जड़े। गेल ने तीन बार यह कारनामा किया।

ट्वेंटी-20 विश्व कप 2007 में एक ओवर में छह छक्के जड़कर बिग हिटर की सूची में शामिल हुए युवराज सिंह ने आईपीएल चार में भी अपने इन तेवरों का बीच-बीच में इजहार किया और 14 मैच में 18 छक्के जमाए। ऑस्ट्रेलियाई शेन वॉटसन भी जाते जाते बिग हिटर की अपनी ख्याति पर खरा उतरने में सफल रहे।

बांग्लादेश के खिलाफ छक्कों की झड़ी लगाने के बाद आईपीएल खेलने पहुंचे वॉटसन ने मुंबई इंडियन्स के खिलाफ छह छक्कों की मदद से नाबाद 89 रन बनाकर मालिंगा एंड कंपनी को तहस नहस किया। उनके नाम पर 11 मैच में 16 छक्के दर्ज रहे।

आईपीएल 2008 के पहले मैच में ही रिकॉर्ड 13 छक्के जड़ने वाले मैकुलम इस बार 13 मैच में 16 बार गेंद को सीमा रेखा के उपर से बाहर भेज पए। पठान और पोलार्ड की तरह आस्ट्रेलियाई वार्नर भी ट्वेंटी-20 के विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं लेकिन इस बार वह अपने विस्फोटक अंदाज की अच्छी नुमाइश नहीं कर पाये।

भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी जरूर 13 मैच में 14 छक्के जड़कर बड़े शॉट खेलने की अपनी छवि पर कुछ हद तक खरे उतरने में सफल रहे। पुणे वारियर्स ने रॉबिन उथप्पा को उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के कारण ही बड़ी कीमत पर खरीदा था लेकिन उन्होंने निराश किया। इसी तरह से राजस्थान रॉयल्स की तरफ से रोस टेलर भी लगातार लंबे शॉट लगाने में नाकाम रहे। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें