पिछले 10 वर्षों में लगी चोटों से भले ही ब्रेट ली के शरीर पर काफी असर पड़ा हो, लेकिन अपने करियर को बढ़ाने के लिए इस ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज की क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में कम खेलने की योजना नहीं है।
ली ने कहा कि अब उनका ध्यान वापस ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में जगह बनाने में लगा हुआ है, लेकिन वह यह लक्ष्य हासिल करने के लिए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय या ट्वेंटी-20 को छोड़ने की योजना नहीं बना रहे हैं।
ली ने कहा कि लगातार 10-15 साल तक 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने से निश्चित रूप से चोटें लगती हैं, लेकिन अभी मेरा करियर खत्म नहीं हुआ है। मैं तरोताजा महसूस कर रहा हूँ और अब भी मेरे अंदर काफी वर्षों का क्रिकेट बाकी है। मैं अब भी क्रिकेट का आनंद उठाता हूँ और इसके प्रति जुनूनी हूँ।
उन्होंने कहा कि अपने देश के लिए खेलने के लिए कोई भी मौका मिले, वह हमेशा विशेष होता है। बतौर गेंदबाज मैं निश्चित रूप से कोई शिकायत नहीं कर रहा हूँ। मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों में खेलना पसंद करता हूँ।
ली ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मेरी चोट का चैम्पियंस लीग से कुछ लेना देना है। एशेज के दौरान नेट में गेंदबाजी करने के बाद मैं ज्यादा से ज्यादा खेलना चाहता हूँ।
ली ने कहा कि वडोदरा में भारत के खिलाफ पहले एक दिवसीय मैच में चोट लगना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इस 30 वर्षीय को उम्मीद है कि वह टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए सात मैचों की बची हुई श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने इस तरह की अफवाहों को भी खारिज कर दिया कि द्विपक्षीय श्रृंखला में खेलने से पहले चैम्पियंस लीग में भाग लेना ही उनकी चोट का कारण है।