वेस्टइंडीज में इस वर्ष मार्च अप्रैल में एक दिवसीय क्रिकेट विश्वकप की खिताबी हैट्रिक बनाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम बारबडोस में अपनी सफलता के जश्न में एक रात जेल में गुजरने से बच गई थी।
यह सनसनीखेज खुलासा ऑस्ट्रेलिया को विश्व चैम्पियन बनाने वाले कप्तान रिंकी पोंटिंग ने अपनी नई किताब 'कैप्टंस डायरी 2007' में किया है।
पोंटिंग ने बताया कि किस तरह विश्व कप जीतने के बाद जश्न मनाने का उत्साह उनकी टीम पर भारी पड़ सकता था। पोंटिंग ने लिखा कि श्रीलंका पर खिताबी जीत के जश्न में उनके खिलाड़ी अपना विजयी गीत गाते ब्रिजटाउन की पिच पर खड़े हो गए थे।
उसी समय पुलिसकर्मियों का एक समूह उनके पीछे आकर खड़ा हो गया। उनमें से एक पुलिसकर्मी ने कहा कि जश्न का समय पूरा हुआ। अब आप को मैदान से बाहर जाना चाहिए।
जवाब में पोंटिंग ने कहा कि हमने अभी विश्वकप जीता है। क्या आप हमें एक मिनट भी नहीं दे सकते, लेकिन दुर्भाग्य से मैंने इस आग्रह से साथ गाली भी दे डाली, जिसे पुलिस अधिकारी ने पसंद नहीं किया।
पुलिस अधिकारी ने फिर सख्ती दिखाते हुए कहा कि आप बारबाडोस में इस तरह गाली-गलौच नहीं कर सकते। पोंटिंग ने कहा कि पुलिस अधिकारी का मूड गरम हो चुका था। वह मेरी तरफ बढ़ा और मेरे साथी खिलाड़ी मेरे पीछे आ गए।
उस समय ऐसा लगने लगा था कि कुछ गलत हो जाएगा। मुझे लगता है कि उन्होंने हमें रात भर के लिए जेल में बंद करने की धमकी दी थी। हमने यह भी महसूस किया कि हमें अपना जश्न पूरा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पोंटिंग ने कहा कि अपने देश के एक दूत के रूप में मैं असफल रहा। मुझे लग गया कि मुझे गाली नहीं देनी चाहिए थी, लेकिन मुझे आश्चर्य है कि उन्होंने हमें थोड़ा समय और क्यों नहीं दिया।
कप्तान ने लिखा कि हम फिर ड्रेसिंग रूम में लौटे, अपना सामान बाँधा और होटल लौट पड़े, जहाँ हमने पूल में गला फाड़कर राष्ट्रीय गीत गाया।