नंबर एक बने रहने के लिए जीत जरूरी

शनिवार, 16 जनवरी 2010 (17:57 IST)
प्रत्येक श्रृंखला के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की टेस्ट रैंकिंग में बदलाव से वाकिफ शीर्ष पर काबिज भारतीय टीम को अगर अपना स्थान बरकरार रखना है तो उसे बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में पहले मुकाबले में जीत दर्ज कर इस लय को जारी रखना होगा।

भारत को इस साल ज्यादा टेस्ट नहीं खेलने हैं और अन्य टीमें जैसे दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड रैंकिंग में उससे पीछे हैं, इसलिए महेंद्रसिंह धोनी और उनके खिलाड़ियों को बांग्लादेश श्रृंखला से बेहतर परिणाम हासिल करने होंगे।

टीम इंडिया विश्व रैंकिंग में अपना नंबर एक स्थान बरकरार रख सकती है, अगर वह बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला 2-0 से अपने नाम कर ले, क्योंकि इससे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला खेल रही दक्षिण अफ्रीका की टीम के पास धोनी की टीम को पछाड़ने का कोई मौका नहीं बचेगा।

हाल में समाप्त हुई एकदिवसीय त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में श्रीलंका के हाथों खिताब गँवाने से हालाँकि टीम के कुछ खिलाड़ियों का मनोबल थोड़ा गिरा हुआ होगा, लेकिन उन्हें इस निराशा को समाप्त कर मौजूदा मुकाबले पर ध्यान लगाना होगा।

भारतीय टीम 50 ओवरों के प्रारूप में खराब शुरुआत को भुलाकर टेस्ट क्रिकेट में शानदार आगाज करना चाहेगी। टीम का संयोजन भी बदल गया है, क्योंकि इसमें सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण समेत छह खिलाड़ी जुड़ गए हैं। हालाँकि मजबूत खिलाड़ियों की मौजूदगी से भारतीय टीम विश्व की 9वीं रैंकिंग पर काबिज बांग्लादेश के खिलाफ मैच में प्रबल दावेदार है।

इतिहास भी भारत के पक्ष में है, क्योंकि बांग्लादेश ने दोनों टीमों के बीच हुए पाँच टेस्ट में से एक भी मैच अपने नाम नहीं किया है। दोनों टीमों के बीच पिछला मैच बारिश के कारण इसी मैदान पर ड्रा पर समाप्त हुआ था।

भारत ने तीन मैचों में पारी से जीत दर्ज की थी, जबकि चौथा मुकाबला नौ विकेट से अपने नाम किया था। भारतीय क्रिकेट के कुछ अनुभवी खिलाड़ियों के लिए अगले महीने घरेलू सरजमीं पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट श्रृंखला से पहले टेस्ट प्रारूप में ढलने के लिए यह बेहतरीन मंच होगा।

विस्फोटक वीरेंद्र सहवाग ने बांग्लादेश के खिलाफ दो पारियों में सिर्फ 23 रन बनाए हैं और श्रीलंका के खिलाफ पिछले महीने 293 रनों की पारी खेलने वाले इस खिलाड़ी के लिए यहाँ बड़ी पारी खेलकर अच्छी फॉर्म बरकरार रखने का शानदार मौका होगा।

सहवाग अनुभवहीन गेंदबाजों की चुनौती आसानी से ध्वस्त कर सकते हैं, लेकिन अगर भारत पहले बल्लेबाजी के लिए उतरता है तो इस बल्लेबाज को पहले घंटे सतर्कता से खेलना होगा, क्योंकि जोहुर अहम चौधरी क्रिकेट स्टेडियम में कुछ नमी मौजूद होगी।

सहवाग के साथी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर 2009 में शानदार प्रदर्शन के बाद इस वर्ष टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत बेहतरीन प्रदर्शन से करना चाहेंगे, जबकि मई 2007 में इसी स्थान पर ड्रा हुए मैच में शतक जमाने वाले तेंडुलकर13,000 रन की उपलब्धि को हासिल करने से केवल 30 रन दूर हैं।

लक्ष्मण का भी बांग्लादेश के खिलाफ खराब रिकॉर्ड रहा है, उन्होंने 2007 में बांग्लादेश के अपने पहले दौरे में दो पारियों में केवल 41 रन बनाए थे।

लेकिन इस स्टायलिश बल्लेबाज की निगाहें टेस्ट क्रिकेट में 7000 रन बनाने वाले पाँचवें भारतीय बनने पर होंगी, क्योंकि वे इससे केवल 83 रन दूर हैं।

बांग्लादेश की टीम हालाँकि पिछले साल जुलाई में वेस्टइंडीज की कमजोर टीम पर टेस्ट श्रृंखला जीत चुकी है और वह टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के लिए आत्मविश्वास से भरी होगी। कप्तान सकीबुल हसन पहले ही कह चुके हैं कि भारतीय बल्लेबाजी क्रम को देखते हुए उनकी टीम श्रृंखला ड्रा कराने की कोशिश करेगी। (भाषा)

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