पाक टीम को लेकर कपिल की चुप्पी

सोमवार, 5 जनवरी 2009 (18:25 IST)
पूर्व भारतीय कप्तान और इंडियन क्रिकेट लीग बोर्ड के अध्यक्ष कपिल देव ने भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण क्रिकेट पर पड़ते असर को लेकर कोई स्पष्ट राय देने से इनकार करते हुए कहा कि आईसीएल में पाकिस्तानी टीम के भाग लेने पर बाद में विचार किया जाएगा।

6 जनवरी को अपने जीवन का अर्धशतक पूरा करने वाले कपिल से जब वर्तमान क्रिकेट परिदृश्य के बारे में बात करनी चाही तो वह सवालों का जवाब देने से बचते रहे और उन्होंने अधिकतर सवालों को टाल दिया।

कपिल से जब पूछा गया कि क्या भारत-पाकिस्तान के रिश्तों से क्रिकेट पर सबसे बुरा असर पड़ेगा? उन्होंने कहा मैं इस बारे में क्या कह सकता हूँ। सरकार जो भी कर रही है वह सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सही कर रही होगी। बीसीसीआई भी अपने स्तर पर उचित कदम उठा रहा होगा।

भारत सरकार ने मुंबई में आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था, जिसमें उसे तीन टेस्ट, पाँच एकदिवसीय और एक ट्वेंटी-20 मैच खेलना था। आईसीएल ने भी इस हमले के बाद अहमदाबाद में चल रही अपनी आईसीएल ट्वेंटी-20 विश्व सिरीज रद्द कर दी थी।

कपिल ने आईसीएल के भविष्य के टूर्नामेंट में पाकिस्तानी टीम लाहौर बादशाह और वहाँ के खिलाड़ियों के खेलने के बारे में भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अभी हमने इस पर फैसला नहीं किया। हम बाद में बैठक करके इस पर कोई निर्णय करेंगे, तभी हम अपनी राय से आपको अवगत करा पाएँगे।

आईसीएल में खेल रहे पाकिस्तान के कई क्रिकेटरों ने आशंका जताई है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जिस तरह के संबंध चल रहे हैं, वैसे में पाकिस्तानी क्रिकेटरों के इस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में खेलने की संभावना कम है।

पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर और आईसीएल के लिए खेलने वाले अब्दुल रज्जाक ने भी हाल में कहा था कि मुंबई हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव यहाँ के खिलाड़ियों के लिए आईसीएल या आईपीएल में खेलना असंभव कर देगा।

रज्जाक ने कहा कि फिलहाल सरकार भारत के साथ बढ़ते तनाव के कारण खिलाड़ियों या कलाकारों को भारत जाने की इजाजत नहीं दे रही। मुझे नहीं लगता है कि हम इस साल आईसीएल में खेल पाएँगे।

वेबदुनिया पर पढ़ें