एशेज के नाटकीय पहले टेस्ट के अंतिम दिन यहाँ इंग्लैंड की समय बर्बाद करने की रणनीति से नाराज ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने घरेलू टीम पर खेल भावना के साथ नहीं खेलने का आरोप लगाया है।
जेम्स एंडरसन और मोंटी पनेसर ने अंतिम 40 मिनट क्रीज पर बिताकर इंग्लैंड को हार से बचा लिया, लेकिन 10वें विकेट की 69 गेंद की साझेदारी के दौरान मेजबान टीम ने उस समय 12वें खिलाड़ी बिलाल शफायत और फिजियो स्टीव मैककेग को दो बार मैदान पर भेजा जब तीन ओवर बचे थे। ऐसा लगा कि टीम ऐसा समय बर्बाद करने के लिए कर रही है।
शफायत मैदान में एंडरसन को दस्ताने देने के लिए आए थे, जबकि दूसरी बार मैदान पर उतरने पर मैककेग को अंपायरों ने बाहर जाने को कह दिया।
पोंटिंग इससे काफी नाराज दिखाई दिए और जब शफायत और मैककेग मैदान पर थे तो उन्होंने उन्हें कुछ कहा भी। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी पोंटिंग ने कहा कि इस तरह का विलंब खेल भावना के खिलाफ है।
पोंटिंग ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसकी जरूरत थी। मैं इससे नाखुश हूँ। एंडरसन ने एक ओवर पहले ही ग्लब्ज बदले थे। मुझे नहीं लगता कि एक ओवर में ही उसमें काफी पसीना आ गया होगा।
पोंटिंग ने कहा कि मुझे यह भी नहीं पता कि फिजियो वहाँ क्या कर रहे थे। मैंने किसी को फिजियो को बुलाते हुए नहीं देखा। जहाँ तक मेरा सवाल है यह काफी साधारण है लेकिन वे जो चाहते हैं वैसे खेल सकते हैं। उन्होंने कहा हम नियमों के मुताबिक और खेल भावना के साथ खेलने आए हैं। यह उन पर है कि वे क्या करना चाहते हैं?
पोंटिंग ने हालाँकि कहा कि वे मैच रैफरी जैफ क्रो को कोई शिकायत नहीं करेंगे। इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रास ने हालाँकि इन आरोपों को खारिज कर दिया कि वे समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमारे इरादे अच्छे थे। हम वहाँ काफी समय बर्बाद करने के लिए नहीं उतरे थे। इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि वहाँ काफी उलझन थी। हमने पहले 12वें खिलाड़ी को जिमी (जेम्स एंडरसन) और मोंटी को यह बताने के लिए भेजा कि ओवरों के अलावा समय भी बचा है और इसके बाद उनके (एंडरसन) दस्ताने में पानी गिर गया। ईमानदारी से कहूँ तो काफी उलझन थी।