मध्यक्रम के महत्वपूर्ण बल्लेबाज राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और युवराजसिंह का चोटों की वजह से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कठिन टेस्ट दौरे में खेलना संदिग्ध है, जिससे युवा खिलाड़ियों के पास घरेलू श्रृंखला के लिए गुरुवार को चुने जाने वाली भारतीय टीम में जगह बनाने का मौका है।
द्रविड़ और युवराज बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में दूसरे टेस्ट चोटिल हो गए थे और उनका छह फरवरी से नागपुर के खिलाफ शुरुआती टेस्ट में खेलना संदिग्ध है। अँगुली की चोट के कारण मीरपुर टेस्ट में नहीं खेलने के कारण लक्ष्मण की उपलब्धता पर भी संदेह है और उनकी कमी पूरी करना चयनकर्ताओं के लिए काफी मुश्किल होगा।
इन बल्लेबाजों के स्थान को भरने के लिए एस बद्रीनाथ, सुरेश रैना, रोहित शर्मा और विराट कोहली तथा कर्नाटक के मनीष पांडे इस दौड़ में आगे हैं।
तमिलनाडु के बद्रीनाथ के पास प्रथम श्रेणी क्रिकेट का अपार अनुभव है और उन्होंने घरेलू सत्र में 5000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
रैना, शर्मा और कोहली ने एकदिवसीय मैचों में अपने बेहतरीन स्ट्रोक्स से अपनी क्षमता दिखा दी है और हाल में घरेलू क्रिकेट के लंबे प्रारूप में भी परिपक्वता का नमूना पेश किया। पांडे ने भी इस साल के रणजी ट्रॉफी में अपने राज्य कर्नाटक की टीम से शानदार प्रदर्शन किया और इस दौड़ में शामिल हो गए। मैसूर में चैम्पियन मुंबई के खिलाफ हुए रोमांचक फाइनल में उनके शतकीय पारी से घरेलू टीम जीत के करीब थी।
चयनकर्ता अगर मध्यक्रम में अनुभवी खिलाड़ी को उतारना चाहते हैं तो उनके पास उत्तर प्रदेश के मोहम्मद कैफ को भी चुनने का विकल्प है। कैफ ने हालाँकि रणजी ट्रॉफी में साधारण प्रदर्शन किया है और उनकी टीम सेमीफाइनल में कर्नाटक से हार गई थी, लेकिन दलीप ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल में पूर्वी क्षेत्र के खिलाफ मोहाली में उन्होंने दोहरा शतक जमाया और फिर दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ इंदौर में सेमीफाइनल में शुरुआती दिन 112 रन बनाए।
हालाँकि चयन के लिए भारत ‘ए’ के नियमित खिलाड़ी अंजिक्या रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के नाम भी विकल्पों में शामिल है, दोनों ने घरेलू सत्र में शानदार प्रदर्शन किया है।
मीरपुर टेस्ट में लक्ष्मण की जगह मुरली विजय को लिया गया था और उम्मीद है कि वे वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के बाद सलामी बल्लेबाज के रूप में तीसरी पंसद रहेंगे। गेंदबाजी में भी तेज गेंदबाज एस श्रीसंत के चोटिल होने के कारण उनका शुरुआती मैच में खेलना संदिग्ध है। चयनकर्ता उनकी जगह कर्नाटक के युवा तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन को उनकी जगह चुन सकते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के सुदीप त्यागी के रूप में भी दूसरा विकल्प मौजूद है।
हरभजनसिंह की अगुवाई में भारत के स्पिन विभाग ने भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन अमित मिश्रा और प्रज्ञान ओझा के बीच ‘म्यूजिकल चेयर’ का खेल चलता रहेगा। मिश्रा ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में सात विकेट चटकाकर बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें दूसरे टेस्ट में बाहर बैठा दिया गया।
क्रिकेट बोर्ड सचिव एन श्रीनिवासन ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि चयनकर्ता दोनों टेस्ट मैचों के लिए टीम चुनेंगे, लेकिन द्रविड़ और युवराज की चोटों के बाद यह देखना होगा कि चयनकर्ता दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केवल पहले टेस्ट के लिए टीम चुनते हैं या दोनों के लिए। (भाषा)