पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के उपकप्तान मिस्बाह उल हक ने कहा है कि पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लगातार दूर रहने के कारण उनकी टीम चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ अगले वर्ष के शुरुआत में होने वाली घरेलू सिरीज में संभवतः कठिन चुनौती पेश करने की स्थिति में नहीं होगी।
भारत को अगले वर्ष जनवरी-फरवरी में पाकिस्तान की जमीन पर तीन टेस्ट और पाँच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं। वर्ष 2007 में पाकिस्तान को भारत दौरे में टेस्ट और वनडे श्रृंखलाओं में हार का सामना करना पड़ा था, इसलिए पाकिस्तान से इस बार अपनी जमीन पर हिसाब बराबर करने की उम्मीद की जा रही है।
लेकिन हाल के दिनों में पाकिस्तान के सबसे सफल और भरोसेमंद बल्लेबाज बनकर उभरे मिस्बाह इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि उनकी टीम भारत दौरे में मिली हार का बदला लेने में कामयाब हो पाएगी। उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने के कारण इस सीरीज के लिए पाकिस्तान की तैयारी नाकाफी है।
उन्होंने कहा कि हमने इस वर्ष कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है और किसी भी शीर्ष टीम के खिलाफ वनडे में भाग नहीं लिया है। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के स्थगित होने से हमें और नुकसान हुआ है, इसलिए मुझे आशंका है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूरी का खामियाजा हमें भारत के खिलाफ सिरीज में भुगतना पड़ सकता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चैंपियंस ट्रॉफी के स्थगित होने से खाली हुए समय के दौरान अपनी टीम के लिए एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित कराने के लिए हाथ पाँव मार रहा है, ताकि भारत के खिलाफ सिरीज के लिए टीम को अभ्यास का पूरा मौका मिल सके।
हाल ही में पीसीबी ने वेस्टइंडीज से नवंबर में पाकिस्तान में दो टेस्ट मैचों की सिरीज खेलने का अनुरोध किया था। मिस्बाह ने कहा कि टीम के खिलाड़ियों को भारत के खिलाफ सिरीज से पहले घरेलू क्रिकेट में हाथ आजमा कर अपनी फिटनेस और लय पाने की कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ सिरीज हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि तमाम मुश्किलों के बावजूद हम इस सिरीज के लिए पूरी तरह तैयार रहें।