भारतीय सीनियरों के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट श्रृंखला वरदान साबित हो रही है। इसमें शानदार प्रदर्शन के साथ उनके स्वर लगातार मुखर होते जा रहे हैं।
भारतीय टीम के फेब्यूलस फोर सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण श्रीलंका के खिलाफ पिछली श्रृंखला में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कड़ी आलोचना झेल रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला ने उनकी प्रतिष्ठा बहाल कर दी है।
अब तो आलोचक भी कहने लगे हैं कि यदि गांगुली ने इस श्रृंखला के बाद सन्यास लेने की घोषणा नहीं की होती तो इस सीरज के बाद वे इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में खेलने जाते।
सचिन ने मोहाली में दूसरे टेस्ट में वेस्ट इंडीज के ब्रायन लारा का सर्वाधिक 11953 रन का रिकॉर्ड तोड़ा और 12 हजार टेस्ट रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने। इसी मैच में पूर्व कप्तान गांगुली ने अपना 16वाँ शतक बनाया और 7000 टेस्ट रन भी पूरे किए। लक्ष्मण ने फिरोजशाह कोटला मैदान में चल रहे तीसरे टेस्ट में नाबाद 200 रन बनाए, जो उनके करियर का दूसरा दोहरा शतक था।
फेब्यूलस फोर के चौथे सदस्य द्रविड़ हालाँकि अभी तक कुछ विशेष नहीं कर पाए हैं, लेकिन वे अपने तीन अन्य साथियों के प्रदर्शन से गदगद हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है वे अपनी सुसराल यानी नागपुर में छह नवम्बर से शुरू होने वाले चौथे और आखिरी टेस्ट में अपना जादू दिखा पाएँगे।