ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्राथ ने दक्षिण अफ्रीका पर सेमीफाइनल में बुधवार को मिली सात विकेट से जीत में तीन विकेट लेने के साथ ही एक विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे 37 बरस के मैग्राथ ने श्रीलंकाई तेज गेंदबाज चमिंडा वास के 23 विकेट का रिकॉर्ड तोड़ा।
विश्व कप में मिली अपार सफलता के बावजूद मैग्राथ ने कहा कि वह शनिवार को फाइनल मैच के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे, जिसकी घोषणा वह पहले ही कर चुके हैं।
मैग्राथ ने अब तक 10 मैचों में 13.04 की औसत से 25 विकेट लिए हैं। वास ने दक्षिण अफ्रीका में 2003 विश्व कप में यह रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने बुधवार को 18 रन देकर तीन विकेट लिए और दक्षिण अफ्रीका के महज 149 रन पर सिमटने में अहम भूमिका निभाई।
जीत के बाद उन्होंने कहा मुझे हमेशा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने में मजा आता है। वह काफी आक्रामक टीम हैं। उन्होंने कहा दुनिया में एक ही टीम ऐसी है, जिससे पराजित होना मुझे दक्षिण अफ्रीका से हारने से भी बुरा लगता है। उनका इशारा पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड की ओर था।
मैग्राथ ने इस साल की शुरुआत में एशेज श्रृंखला में इंग्लैंड का 5-0 से सफाया करने के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। वह विश्व कप में 1996 से अब तक 70 विकेट ले चुके हैं और पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम से 15 विकेट आगे हैं।
श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ चार विकेट लेकर कुछ समय के लिए मैग्राथ से आगे निकल गए थे। मैकग्रा ने सेमीफाइनल में उसी सटीक लाइन और लैंग्थ का नमूना पेश किया जिसकी वजह से उन्हें दुनिया के शीर्ष गेंदबाजों में शुमार किया जाता है।
जैक्स कैलिस और एश्वेल प्रिंस ऐसी ही दो गेंदों पर आउट हुए थे। विकेटकीपर मार्क बाउचर ने ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर पहली स्लिप में कैच थमाया।
मैग्राथ ने यह भी कहा कि उनके संन्यास के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी आक्रमण सुरक्षित हाथों में हैं। उन्होंने कहा हमारे पास तेज गेंदबाजी के कई विकल्प है। यहाँ हमारे पास चार अलग अलग किस्म के गेंदबाज हैं जो एक दूसरे के पूरक साबित हुए हैं।