इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष डेविड मोर्गन 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष बनेंगे, जबकि बीसीसीआई प्रमुख शरद पवार 2010 में यह पदभार संभालेंगे।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कार्यकारी बोर्ड ने आज यह घोषणा की। इसने यह भी बताया कि मोर्गन के अध्यक्ष रहते पवार उपाध्यक्ष का पद संभालेंगे।
आईसीसी बोर्ड ने दो दिवसीय बैठक के बाद ओवल पर आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा मोर्गन 2008 से 2010 तक और पवार 2010 से 2012 तक आईसीसी के अध्यक्ष रहेंगे। इस बीच मोर्गन आईसीसी के निर्वाचित अध्यक्ष और पवार उपाध्यक्ष होंगे।
इसमें कहा गया दोनों उम्मीदवारों का नामांकन 2008 में अध्यक्ष पद संभालने के लिये हुआ था। इंग्लैंड के डेविड मोर्गन और भारत के शरद पवार जून 2008 में रे माली के हटने के साथ एक दूसरे के बाद यह भूमिका संभालेंगे।
माली की जगह मोर्गन लेंगे जिनका पवार के साथ इस आशय का करार हो गया है। आईसीसी अध्यक्ष पद के लिये उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी पवार ही थे। इस दौरान इंग्लैंड में 2009 में ट्वेंटी20 विश्व चैम्पियनशिप होनी है जबकि भारत पाकिस्तान श्रीलंका और बांग्लादेश मिलकर 2011 विश्व कप की मेजबानी करेंगे।
फरवरी में पवार और मोर्गन के नामांकन आईसीसी की समिति को नहीं सौंपे गए थे क्योंकि दोनों में से कोई भी दो तिहाई बहुमत हासिल नहीं कर सका था। फलत: पर्सी सोन का कार्यकाल 2009 तक बढ़ा दिया गया, लेकिन मई में सोन के असामयिक निधन के बाद दक्षिण अफ्रीका के ही माली को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद से अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आपसी बातचीत का दौर चल रहा था।
पवार जब आईसीसी के अध्यक्ष बनेंगे तो उन्हें बीसीसीआई में अपना पद छोड़ना पड़ेगा। बयान में कहा गया मोर्गन भी इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड में अपना पद छोड़ेंगे। इसी तरह 12 महीने के भीतर पवार को भी बीसीसीआई में अपना पद छोड़ना होगा।
आईसीसी बोर्ड ने यह भी कहा कि भारत, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के बीच हर दो साल में आइकल सिरीज का आयोजन किया जाएगा। अत्यधिक क्रिकेट के मसले पर यह फैसला लिया गया कि आईसीसी प्रबंधन नया अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम तैयार करेंगे, जिसके तहत किसी श्रृंखला में टेस्ट वनडे और ट्वंटी-20 मैचों की संख्या सीमित कर दी जाएगी।
आईसीसी टूर्नामेंटों को छोड़कर एक टीम साल भर में अधिकतम सात ट्वंटी-20 मैच खेलेगी। आईसीसी बोर्ड ने यह भी फैसला किया कि जिम्बॉ0ब्वे अभी भी टेस्ट क्रिकेट में लौटने की स्थिति में नहीं है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त टीम से जिम्बॉब्वे क्रिकेट के खातों का आडिट भी कराया जाएगा।
वेस्टइंडीज में हाल ही में संपन्न विश्व कप की समीक्षा के बाद आइसीसी कार्यकारी बोर्ड ने फैसला किया कि भविष्य में टूर्नामेंट पाँच सप्ताह से अधिक लंबा नहीं चलेगा। इसके अलावा अक्तूबर में दुबई में होने वाली इसकी अगली बैठक में विश्व कप के प्रारूप पर भी चर्चा की जाएगी।
आईसीसी बोर्ड ने अंपायरिंग का स्तर और बेहतर बनाने के लिए एक अंपायरिंग कार्यबल के गठन को भी मंजूरी दी। इसके अध्यक्ष मोर्गन होंगे।